इटारसी। नरवाई (Narwai) की आग ने आज शहर के तीनों तरफ खेतों में तांडव मचाया जहां ग्राम बैंगनियाखुर्द में करीब पचास एकड़ फसल जलने का अनुमान लगाया जा रहा है तो मेहरागांव के आसपास भी खेतों में खड़ी फसल जली है। इसके अलावा खेतों में खड़ी कई एकड़ नरवाई भी जल गयी है। होली पर्व (Holi Festival) निकलने का इंतजार कर रहे कुछ किसानों ने मूंग की बोवनी के लिए अब नरवाई को आग के हवाले करना प्रारंभ कर दिया है। लगभग दो वर्ष पूर्व ग्राम पांजराकलॉ में नरवाई की आग से हुई आधा दर्जन से अधिक मौतों के बावजूद कई किसान मानवता को ताक में रखकर केवल स्वार्थवश खेतों में खड़ी नरवाई को आग के हवाले कर रह हैं।
आज दोपहर में ग्राम बैंगनियाखुर्द, बड़ोदिया कलॉ, रैसलपुर के आसपास खेत सुलगते रहे तो मालाखेड़ी, निमसाडिय़ा, मालनी आदि में भी नरवाई जलती रही। तेज हवा चलने के कारण आग को रोक पाना असंभव सा लग रहा था। ग्राम बैंगनिया में करीब आधा दर्जन किसानों की आधा सैंकड़ा एकड़ से अधिक में खड़ी फसल जलकर राख हो गयी।
मिली जानकारी के अनुसार किसान रतन सिंह, मनोज सिंह और प्रदीप सिंह सहित करीब आधा दर्जन किसानों की फसल जलने के अब तक समाचार हैं, यह आंकड़ा अभी अनुमानित है जो और बढ़ भी सकता है। सरकारी अमले के आकलन के बाद सही आंकड़े पता चल सकेंगे। ग्रामीणों का कहना है कि समय पर प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं मिल सकी। किसानों ने अपने संसाधनों से आग बुझाने का प्रयास किया है। टेंकर, ट्रैक्टर, झाडिय़ां और अन्य स्रोतों से पानी का इंतजाम करके आग बुझाने का प्रयास किया है। आग की विकरालता के आग ग्रामीणों के प्रयास बौने साबित हो रहे थे और हवा के कारण आग बड़ी तेजी से फैलती जा रही थी। समाचार लिखे जाने तक कई खेतों में आग सुलग रही है।