इटारसी। भोपाल मंडल (Bhopal Mandal) ने सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी मोड) के तहत बानापुरा में आधुनिक माल गोदाम विकसित करने के लिए पश्चिम मध्य रेल (West Central Railway) में पहला अनुबंध किया है। यह अग्रणी कार्य मंडल रेल प्रबंधक सौरभ बंदोपाध्याय (Divisional Railway Manager Saurabh Bandopadhyay) के कुशल मार्गदर्शन में निरंतर और कठिन प्रयासों से पूरा किया जा सका है।
इस परियोजना के तहत प्लेटफॉर्म सरफेसिंग और सर्कुलेटिंग एरिया, ड्रेनेज, हाई मास्ट के साथ लाइटिंग, नए मर्चेंट रूम के साथ-साथ कामगारों के लिए सुविधाओं में सुधार के साथ बानापुरा माल गोदाम विकसित किया जाएगा।
निजी निवेश विकसित होगा
रेलवे इस बुनियादी ढांचे को निजी निवेश से विकसित करने में सक्षम होगा, जिससे न केवल रेलवे के राजस्व की बचत होगी बल्कि वैगन टर्न अराउंड समय में भी कमी आएगी। इससे माल यातायात के साथ साथ रेलवे की आय में भी वृद्धि होगी। वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक विजय प्रकाश (Senior Divisional Commercial Manager Vijay Prakash) ने बताया कि इस निजी सार्वजनिक भागीदारी अनुबंध से मालगोदाम के रख रखाव के लिए रेलवे की जनशक्ति की बचत होगी और इस प्रकार लागत में कटौती की जा सकेगी। श्री विजय प्रकाश ने बताया कि यह अनुबंध 10 वर्षों की अवधि के लिए है, जो भविष्य में रेलवे के विकास के अनुमान और नए यातायात को आकर्षित करने में सहायक होगा। इससे बेहतर बुनियादी ढांचे के साथ, माल यातायात में सालाना 6 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है, जो मोटे तौर पर अतिरिक्त रुपये 8 करोड़ की वृद्धि के साथ लगभग रुपये 10 करोड़ वार्षिक कमाई होगी। ज्ञात हो कि सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी मोड) निवेश और रोजगार सुनिश्चित करता है और भोपाल मंडल की इस उपलब्धि से रेलवे के साथ-साथ समाज और निजी क्षेत्र को भी लाभ होगा।