संस्कृत संस्कृति की आधारशिला : शत्रुंजय प्रताप सिंह बिसेन

Rohit Nage

नर्मदापुरम। स्प्रिंगडेल्स सीनियर सैकंड्री स्कूल में आयोजित सात दिवसीय संस्कृत सप्ताह का शुभारंभ डीईओ एसपीएस बिसेन (DEO SPS Bisen) के मुख्य आतिथ्य में किया। अनेक भाषाओं की जननी संस्कृत विश्व की प्राचीनतम समृद्ध भाषा में से एक है। संस्कृत भाषा का प्रचार-प्रसार एवं विद्यार्थियों को इसका प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहन हेतु स्प्रिंगडेल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल नर्मदापुरम में संस्कृत (Sanskrit) सप्ताह का आयोजन किया।

यह कार्यक्रम विद्यार्थियों द्वारा संस्कृत में आयोजित किया गया था। जिसमें संस्कृत व संस्कृति पर आधारित कार्यक्रम जैसे स्वागत भाषण गीत, तिलक संस्कार श्लोक अर्थ गायन संस्कृत गीत स्वस्ति वाचन एवं भारतीय संस्कृति के प्रतीक चिन्हों के महत्व को महत्व को बताया गया। संस्कृत भाषा के प्रति बच्चों का रुझान व ज्ञान देखकर मुख्य अतिथि ने हृदय से विद्यार्थियों की प्रशंसा की। अपने उद्बोधन में उन्होंने भारत (India) देश के महान इतिहास एवं उसके महान साहित्य पर चर्चा की। रामायण (Ramayana) एवं महाभारत (Mahabharata) के कई प्रसंग का समावेश कर बच्चों का मार्गदर्शन किया।

अंत में मुख्य अतिथि को स्म्रति चिन्ह प्रदान कर समापन किया। आभार प्रदर्शन संस्कृत शिक्षिका कुमारी बाली कड़वे (Kumari Bali Kadwe) ने किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के साथ स्प्रिंगडेल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल के स्कूल डायरेक्टर सुभाशीष चटर्जी(Subhashish Chatterjee), स्कूल प्राचार्य श्रीमती मोना चटर्जी (Mrs. Mona Chatterjee), जनरल मैनेजर श्रीमती सोनल सोखी (Mrs. Sonal Sokhi), उपप्राचार्य श्रीमती लक्ष्मी पलोहिया (Mrs. Lakshmi Palohia) एवं शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहे। संचालन छात्रा अंजलि व गुंजन एवं शिक्षिका श्रीमती अंजुली चौबे ने किया।

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