सेंट जोसफ कान्वेंट स्कूल में ‘गुड एंड पॉसिटिव पेरेंटिंग’ सेमिनार का आयोजन

Post by: Rohit Nage

'Good and Positive Parenting' seminar organized at St. Joseph's Convent School

इटारसी। सेंट जोसफ कान्वेंट स्कूल इटारसी (St. Joseph’s Convent School Itarsi) द्वारा पालकों के लिए ‘गुड एंड पॉसिटिव पेरेंटिंग‘ सेमिनार ( ‘Good and Positive Parenting’ Seminar,) का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता उज्जैन (Ujjain) से निर्मल भटनागर (Nirmal Bhatnagar) थे। मुख्य वक्ता का प्राचार्य सिस्टर ने सैपलिंग प्रदान कर स्वागत किया। श्री भटनागर का जीवन परिचय श्रीमती रेशमा रोबर्ट (Mrs. Reshma Robert) ने दिया। श्री भटनागर केवल प्रेरक वक्ता ही नहीं बल्कि वे करियर सलाहकार परामर्शदाता के रूप कार्य करते हैं, वे रेडियो पर प्रेरक टॉक शो की मेजबानी करते हैं और इन्हीं विषयों पर सेमिनार और कार्यशाला भी आयोजित करते हैं।

कार्यक्रम में श्री भटनागर ने पालकों को संबोधित करते हुए बच्चों और पालकों के बीच में समन्वय स्थापित करने में होने वाली परेशानियों के बारे में बात की। उन्होंने बताया की किस तरह से बच्चों को उनकी समस्याओं उन्हीं के द्वारा सुनकर और उसे किस प्रकार हल किया जा सके। साथ ही पालकों को भी उनके बच्चों की मन की स्थिति को समझकर उनसे एक दोस्त की तरह बात कर उनकी समस्याओं समाधान करने में मदद करना चाहिए कोशिश करें कि अपनी अपेक्षाएं बच्चों पर न डालें, वह जिस क्षेत्र में जाना चाहते हैं उन्हें उस क्षेत्र में जाने हेतु प्रेरित करें एवं गलतियों को भी सकारात्मक रूप में लेकर उसका समाधान करें। भटनागर ने पालकों से कहा कि हर बच्चे में अपनी एक अलग प्रतिभा होती है, उसे पहचान कर उसके पसंदीदा क्षेत्र में उसे आगे बढ़ाएं, बच्चों को मोबाइल से दूर रखें आज जो बच्चे मोबाइल टीवी के आदी हो रहे हैं इसके पीछे के कारण भी पालक ही हैं।

बच्चों के साथ कठोरता से नहीं बल्कि मित्रवत रिश्ता कायम करें। बच्चों का मनोविज्ञान समझने की आवश्यकता है। आज हर माता पिता अपने बच्चों से अपेक्षा तो रख रहा है लेकिन बच्चे को समय देना नहीं चाहते हैं बच्चों को समय देना बहुत जरूरी है। बच्चों को मोबाइल से दूर करते हुए उन्हें संगीत, खेलकूद के अलावा रचनात्मक गतिविधियों से जोड़े, इससे उनका मानसिक विकास और एकाग्रता में वृद्धि होगी। कार्यक्रम में श्री भटनागर ने पालकों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दिए एवं उनकी शंकाओं का समाधान किया। अंत में सिस्टर पुष्पा (Sister Pushpa) ने श्री भटनागर को स्मृति चिन्ह प्रदान कर उनका एवं पालकों का आभार प्रगट किया।

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