सरकारी प्रयास तब सफल होंगे जब समाज सहयोग करे : राज्यपाल

Post by: Poonam Soni

केसला विकासखंड की ग्राम पंचायत केसला के ग्राम पिपरियाकलॉ में पहुंचे राज्यपाल

इटारसी। मप्र के राज्यपाल मंगूभाई पटेल (Governor Mangubhai Patel) ने कहा है कि भारत की आत्मा गांवों में बसती है। गांव खुशहाल होंगे तभी देश की सही तरक्की मानी जाएगी। सरकार गांवों के विकास के काम कर रही हैं। लेकिन यह तभी पूरी तरह से सफल होंगे जब समाज से भी सहयोग मिलेगा। बिना समाज के सहयोग के सरकारी प्रयास सफल नहीं हो पाते हैं। राज्यपाल यहां केसला विकासखंड की आदर्श ग्राम पंचायत पिपरियाकलॉ में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने यहां सरकारी योजनाओं के हितलाभ वितरण किये और बच्चों को अपनी ओर से उपहार स्वरूप टॉफियां और बैग प्रदान किये। राज्यपाल ने ग्रामीण प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राही ताराबाई शनिराम के घर पर भोजन किया। यह आवास वर्ष 2018-19 में स्वीकृत हुआ है।

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इससे पहले स्कूल परिसर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि सरकार कई कल्याणकारी योजना चला रही है लेकिन सरकार के प्रयास तभी सफल होंगे जब समाज भी सहयोग करे। समाज में जिनको लाभ मिल गया है, वह उनको लाभ दिलाने का प्रयास करें, जिन्हें नहीं मिला है। सरकारी योजना की सफलता में समाज की बड़ी भूमिका होती है। राज्यपाल ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास उन्नति का मूलमंत्र है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) मानते हैं कि जल, जंगल और जमीन पर आदिवासियों का हक है, आदिवासी प्रकृति के पूजक हैं, आदिवासियों का इस पर अधिकारी कायम रखने के लिए ही श्री मोदी ने आदिवासियों को वन अधिकार के पट्टे प्रदान कराये हैं। राज्यपाल मंगूभाई छगनभाई पटेल ने ग्राम पिपरियाकलॉ में मनरेगा से निर्मित तालाब का लोकार्पण किया और प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों के आवास देखे और उनसे बातचीत भी की। इस अवसर पर सिवनी मालवा विधायक प्रेमशंकर वर्मा (Seoni Malwa MLA Premshankar Verma) ने राज्यपाल के समक्ष उनके विधानसभा से संबंधित कई मांगें रखीं।

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हितग्राहियों को लाभ वितरण
राज्यपाल पटेल ने ग्राम पंचायत के कुछ स्वसहायता समूहों को राशि वितरण किया तो कुछ प्रमाण पत्र भी भेंट किये। उन्होंने मंच से जीवन ज्योति स्वसहायता समूह की सुखमनी बाई को 11 हजार की चक्रीय राशि का चेक प्रदान किया। इसी तरह से शुभम स्वसहायता समूह की मनीषा को 75 हजार रुपए की राशि सीआईएफ कम्युनिटी इंन्वेस्मेंट फंड और एक लाख रुपए बैंक ऋण के चेक प्रदान किये। गंगा समूह की रेखा बाई को 12 हजार रुपए चक्रीय राशि, लक्ष्मी समूह की प्रेमवती को 75 हजार सीआईएफ कम्युनिटी इन्वेस्टमेंट फंड की राशि और मां शारदा समूह की अंगूरी बाई को एक लाख रुपए बैंक ऋण के अलावा लाड़ली लक्ष्मी योजना की वंशिका बरखने की मांग ज्योति कमलेश बरखने को प्रमाण पत्र प्रदान किया।

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सीईओ ने दिया परिचय
सीईओ जिला पंचायत मनोज सरियाम ने ग्राम पंचायत का परिचय दिया। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत पिपरियाकलॉ के अंतर्गत चार गांव अमझिरा, चाटुआ, नयाचीचा और पिपरियाकलॉ आते हैं। यहां के प्रधान छनीराम और उपप्रधान सुरेश बारस्कर हैं। ग्राम पंचायत में 18 पंच है और आबादी 2193 है। यहां 519 बीपीएल परिवार हैं। कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन कलेक्टर धनंजय सिंह ने किया। इस अवसर पर एसपी संतोष सिंह गौर (SP Santosh Singh Gaur), अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मदन सिंह रघुवंशी (Sub Divisional Officer Revenue Madan Singh Raghuvanshi) सहित जिले के अनेक विभागों के प्रमुख अधिकारी, पुलिस अधिकारी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाएं बच्चे उपस्थित थे।

राज्यपाल को ज्ञापन भी दिये

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तवानगर के नागरिकों की ओर से राज्यपाल को तवानगर को राजस्व ग्राम का दर्जा दिलाने और तवा पर ब्रिज निर्माण के लिए एक ज्ञापन दिया है। राजपाल को ज्ञापन देने वालो में अधिवक्ता भूपेश साहू, राशिद खान, मुरारीलाल, संतोष चौरसिया, विनोद केवट, प्रतीक उपाध्याय उपस्थित थे। ज्ञापन में बताया गया है कि राजस्व ग्राम नहीं होने से तवानगर के लोगों को शासन की योजनाओं का कोई भी लाभ नहीं मिल पातो है, राजस्व ग्राम का दर्जा मिलने पर यहां विकास को गति मिलेगी। तवानगर एक ऐसा स्थान है जहां से बैतूल से सीधे जबलपुर पहुंचा जा सकता है। अत: तवानगर में तवा नदी पर ब्रिज निर्माण होता है तो तवानगर के स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा और बैतूल से जबलपुर के लिए सीधे आवागमन का एक मार्ग मिल जाएगा। इसी तरह से तवानगर में स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने की भी मांग करके बताया कि पहले यहां बेस अस्पताल था, तवा परियोजना बंद होने से हास्पिटल भी बंद हो गया है। यह अस्पताल चिकित्सा विभाग को हस्तांतरित हो जाए तो यहां स्वास्थ्य सुविधाएं प्रारंभ हो सकती हैं।

केसला ब्लॉक की समस्या बतायीं
किसान आदिवासी संगठन/समाजवादी जन परिषद ने भी राज्यपाल को एक ज्ञापन देकर केसला ब्लाक की समस्याओं से अवगत कराया। जनपद सदस्य फागराम और पिपरियाकलॉ के सरपंच छनीराम की ओर से जिले के सारे वनग्रामों को राजस्व ग्राम में बदलने की मांग की गई। वन अधिकारी पट्टों का नामांतरण और रिकार्ड दुरुस्त करने, गैर आदिवासियों को वनाधिकार कानून के तहत वन भूमि पर काबिज जमीन का पट्टा दिया जाए, वन ग्राम के किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ दिया जाए जो अभी नहीं मिल रहा है। राजस्व छोटे घास की जमीन में कई गांव के कई आदिवासी और गरीब कई वर्षों से काबिज हैं, उन्हें पट्टा दिया जाए। आदिवासी ब्लाक में आदिवासी संग्रहालय खोला जाए, विधवा, वृद्धावस्था, सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि कम है, उसे बढ़ाया जाए, केसला ब्लाक में सरकारी स्कूलों में विषयवार शिक्षकों की पूर्ति हो और आदिवासी भाषा को स्कूलों में पढ़ाने की मांग शामिल है।

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