इटारसी। शनिवार 25 नवंबर का जीआरपी (GRP) थाना आए व्यक्ति ने बताया कि वह पंजाबमेल एक्सप्रेस (PunjabMail Express) से इटारसी (Itarsi) आया है, लेकिन अपने घर और परिजनों का पता, नाम याद नहीं आ रहा है। जीआरपी ने सबसे पहले उक्त व्यक्ति को भोजन कराया और परिजनों की तलाश की प्रक्रिया प्रारंभ की। व्यक्ति थाना नवघर (भायंदर) मुंबई (Mumbai) का रहने वाला है।
जीआरपी ने परिजनों को बुलाया और उनके भाई को सौंप दिया है। ऐसे लगाया परिवार का पता जीआरपी ने सबसे पहले उक्त व्यक्ति से बातचीत कर और जानकारी प्राप्त कर स्थानीय आधार सेवा केंद्र में ले जाकर बायोमेट्रिक (Biometric) पहचान पता करने का प्रयास किया, किंतु कोई सफलता नहीं मिल सकी। प्रारंभिक बातचीत करने पर व्यक्ति लिखने एवं पढऩे में समर्थ पाया गया, किन्तु घर, रिश्तेदार आदि के संबंध में कोई जानकारी ना होने पर उक्त व्यक्ति के परिजनों की तलाश हेतु फोटो लेकर सभी मीडिया, पुलिस एवं राष्ट्रीय स्तर के पुलिस टेलीग्राम ग्रुपों में डाल कर सर्कुलेट की गयी।
रात्रि करीबन 10 बजे ज्ञात हुआ कि उक्त व्यक्ति का नाम एवं पता मनोज शर्मा (Manoj Sharma) पिता स्व. राम भगत शर्मा (Ram Bhagat Sharma) उम्र 55 साल निवासी सी विंग 310 सरस्वती अपार्टमेंट, भायंदर, मुंबई महाराष्ट्र (Maharashtra) है। आफिस से निकले और इटारसी पहुंचे यह व्यक्ति 23 नवंबर 23 को अपने आफिस से काम कर निकले किन्तु घर नहीं पहुंचे। उनकी गुमशुदगी पुलिस थाना नवघर, भायंदर, मुंबई में दर्ज है। आज 26 नवंबर 23 को मनोज शर्मा के छोटे भाई अनिल शर्मा (Anil Sharma) पिता रामभगत शर्मा उम्र 51 साल थाना आए एवं अपने भाई मनोज शर्मा से मिलने पर उनकी पहचान की।
अनिल शर्मा ने अपने भाई का आधार कार्ड एवं गुमशुदगी प्रस्तुत करने पर बड़े भाई मनोज शर्मा को उन्हें सुपुर्द किया गया। उक्त कार्य में जीआरपी थाना इटारसी के निरीक्षक आरएस चौहान (RS Chauhan), आरक्षक मनोज त्रिपाठी (Manoj Tripathi), प्रधान आरक्षक गोकुल प्रसाद (Gokul Prasad) एवं एएसआई चंद्रमा यादव (Chandram Yadav) का कार्य सराहनीय रहा।