नर्मदापुरम। श्री रामलीला महोत्सव (Shri Ramlila Mahotsav) में आज लंका दहन (Lanka Dahan) की लीला की प्रस्तुति की गई। जिसमें बताया कि सीता जी की खोज में हनुमान जी (Hanuman Ji) सौ योजन दूर समुद्र लांघ कर लंका पहुंचते हैं और सीताजी (Sita Ji) को रामांकित मुद्रिका सौंपकर, अशोक वाटिका को उजाड़कर तथा लंका दहन करने के पश्चात वापस आकर माता जानकी की सुधि बतलाते हैं।
इधर श्रीराम (Shri Ram) अपनी वानर सेना के साथ समुद्र तट पर भगवान शंकर (Lord Shankar) की पूजा अर्चना करके रामेश्वरम शिवलिंग की स्थापना करके समुद्र में सेतु का निर्माण करवाकर लंका में प्रवेश करते हैं। उधर लंका में रावण अपने भाई विभीषण का त्याग कर देता है। श्रीराम जी युद्ध के पूर्व अपने विशेष दूत अंगद को एक बार रावण के पास पहुंचाते हैं लेकिन युवराज अंगद की बात नहीं मानने पर राम-रावण युद्ध की घोषणा हो जाती है।
21 अक्टूबर को सायं 4:30 बजे से लक्ष्मण शक्ति की लीला का मंचन दशहरा मैदान पर शुरू हो जाएगा। आज की लीला में प्रतीक दुबे ने श्रीराम, अक्षय मिश्रा ने लक्ष्मण, सम्पूर्ण चतुर्वेदी ने जानकी, दीपेश व्यास ने हनुमान, सुभाष परसाई, अरुण तिवारी ने जामवंत, दीपेश व्यास ने हनुमान तथा युवराज अंगद की भूमिका अवनीश उपाध्याय ने अदा की।