- इस वर्ष की थीम पर काम करके स्वस्थ रहें : पटोदिया
इटारसी। भगवान बिरसा मुंडा शासकीय महाविद्यालय सुखतवा में आज राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया। प्राचार्य श्रीमती कामधेनु पटोदिया के मार्गदर्शन, संरक्षण और अध्यक्षता में तथा राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के कार्यक्रम अधिकारी डॉ राधा आशीष पांडे के नेतृत्व में यह कार्यक्रम हुआ।
विश्व स्वास्थ्य दिवस की थीम
आमंत्रित अतिथियों एवं प्राचार्य ने मां सरस्वती के सामने दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। इस वर्ष की विश्व स्वास्थ्य दिवस की थीम ‘सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज प्राप्त करने की प्रतिबद्धता’ विषय है। सामुदायिक स्वास्थ विभाग सुखतवा के डॉ अंकित चौहान ने अपने उद्बोधन में बताया कि वह मनुष्य स्वस्थ है, जो सामाजिक मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ हो, उसे हम स्वस्थ मनुष्य की श्रेणी में रखते हैं। रोजमर्रा के जीवन में व्यक्ति को संतुलित आहार, संपूर्ण पेय और स्वच्छता पर विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। व्यक्ति को प्रतिदिन प्रात:काल उठकर योग एवं ध्यान अवश्य करना चाहिए तथा अपने जीवन को स्वस्थ एवं बलशाली बनाने अच्छे अचार विचार से अपना जीवन व्यतीत करना चाहिए।
सूर्योदय के पूर्व उठें
प्राचार्य श्रीमती कामधेनु पटोदिया ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति चाहे वह छात्र जीवन का हो या आम जीवन का उसे सूर्योदय के पूर्व उठकर जीवन चर्या प्रारंभ करना चाहिए। राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की टीम को पुरस्कृत किया जिसमें डॉ आरएस मीणा खंड चिकित्सा अधिकारी, जीएस चौहान, डॉ आशिया सिद्दीकी, डॉ अपेक्षा भावसार, डॉ विवेक वर्मा, रूपेश विश्वकर्मा खंड कार्यक्रम अधिकारी, मुकेश व्यास के साथ महाविद्यालय से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुखतवा को महाविद्यालय की स्वास्थ्य संबंधी समस्त गतिविधियों में सहयोग करने के परिपेक्ष में प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह से पुरस्कृत किया।
स्वास्थ्य के प्रति जागरुक रहें
उक्त कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी डॉ राधा आशीष पांडे ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य दिवस प्रतिवर्ष मनाने की आवश्यकता हमें इसलिए पढ़ रही है कि हम स्वयं अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक नहीं हैं। महाविद्यालय डॉ. नीता राजपूत, डॉ मंजू मालवीय, डॉ हिमांशु चौरसिया, डॉ. सतीश ठाकरे, डॉ धीरज गुप्ता, डॉ सौरभ तिवारी, संध्या उपाध्याय सहित रेड रिबन क्लब के स्वयंसेवक एवं विद्यार्थी का उपस्थित रहे। आभार डॉ. सतीश ठाकरे ने किया।