इटारसी/भोपाल। यदि आप रेल में सफर करने वाले हैं और वर्तमान रेल किराये में रियायत चाहते हैं तो आपको टिकट विंडो (Ticket Window) से टिकट (Ticket) खरीदने में यूपीआई (UPI) से भुगतान करना चाहिए। इससे रेलवे पांच फीसद रियायत दे रही है।
रेलवे की इस स्कीम (Scheme) का फायदा अनेक यात्री उठा रहे हैं और रेल मंडल के आरक्षण काउंटरों पर आरक्षण टिकट का भुगतान करने में यात्रियों द्वारा डिजिटल (Digital) माध्यमों से भुगतान करने में रुचि दिखाई जा रही है।
रेल मंडल भोपाल (Bhopal) के प्रमुख रेलवे स्टेशनों हरदा (Harda), इटारसी (Itarsi), होशंगाबाद (Hoshangabad), रानी कमलापति (Rani Kamlapati), भोपाल, संत हिरदाराम नगर (Sant Hirdaram Nagar), विदिशा (Vidisha), गंजबासौदा (Ganjbasoda), बीना (Bina), अशोकनगर (Ashoknagar), गुना (Guna), शिवपुरी (Shivpuri) आदि में आरक्षण काउंटरों पर एक दिन में 19 फरवरी 2022 को 532 यात्रियों ने यूपीआई के माध्यम से आरक्षण टिकट का भुगतान किया, जिससे रुपये 208265 रुपए राजस्व प्राप्त हुआ। वहीं 227 यात्रियों द्वारा पीओएस मशीन (POS Machine) के माध्यम से भुगतान किया गया, जिससे रुपये 85,575 रुपए राजस्व प्राप्त हुआ। 26 यात्रियों ने अपने टिकट निरस्त करने पर उन्हें रुपये 12,825 रुपए का भुगतान डिजिटल माध्यमों से किया गया।
इस प्रकार एक दिन में कुल 759 यात्रियों नें आरक्षण टिकट का भुगतान करने एवं 26 यात्रियों नें धन वापसी लेने में डिजिटल माध्यमों (यूपीआई/पीओएस मशीन) का उपयोग कर डिजिटल इण्डिया मुहिम (Digital India Campaign) को बढ़ावा देने में अपना योगदान दिया। यूपीआई के माध्यम से भुगतान करने पर मूल किराया में 5 प्रतिशत की छूट दी जा रही है। रेलवे ने भी यात्रियों से अपील की है कि वह प्लेटफॉर्म टिकट अथवा आरक्षण टिकट खरीदते समय नगद भुगतान करने से बचें। भुगतान के लिए काउन्टरों पर उपलब्ध पीओएस मशीन एवं यूपीआई माध्यमों का ज्यादा से ज्यादा उपयोग कर डिजिटल इंडिया मुहिम को सफल बनाने में अपनी सहभागिता निभाएं। इस सुविधा के उपयोग करने से यात्री को अपने पास नगद राशि रखने की झंझट से मुक्ति मिलेगी, साथ ही इससे कोविड संक्रमण से बचने में भी मदद मिलेगी।
देश में शुरू की गई डिजिटल इंडिया अभियान की परिकल्पना को साकार करने के लिये भारतीय रेल द्वारा अपने सम्माननीय रेल उपभोक्ताओं को सभी भुगतान डिजिटल माध्यमों से करने के लिए लगातार प्रोत्साहित/प्रेरित किया जा रहा है, जिससे डिजिटल भुगतान में यात्रियों की रुचि बढ़ रही है।