इटारसी। मध्यप्रदेश में सबसे पहले कृषि उपज मंडी इटारसी के कर्मचारियों को स्थायी किया गया है। इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों ने रुचि लेकर काम किया और 13 कर्मचारी स्थायी कर दिये गये। सचिव, अरविंद परिहार की ओर से बताया गया है कि प्रबंध संचालक-सह-आयुक्त मंडी कुमार पुरुषोत्तम एवं भार साधक अधिकारी टी. प्रतीक राव के निर्देशन में मंडी सचिव अरविन्द परिहार ने विशेष रुचि लेकर कृषि उपज मंडी समिति इटारसी की उपविधि 1987 में 25 अप्रैल 2025 को जैसे ही मंडी सेवा संवर्ग के कर्मचारियों के स्थायीकरण का प्रावधान समाहित किया।
महज 4 दिन में ही छानबीन समिति (रामनाथ इवने म.नि. की अध्यक्षता में, एसएल चौधरी उपयंत्री, राजेन्द्र बरडे लेखापाल, मुकेश पाराशर, कंचन भुसारिया सउनि सहित सभी वर्गों की सदस्यता में) 29 अप्रैल 2025 को गठित कर दी गई, तथा जैसे ही छानबीन समिति ने अपनी रिपोर्ट 5 मई 2025 को प्रस्तुत की, तो मंडी सचिव ने कर्मचारियों के हित में तत्परता करते हुए चयन (स्थायीकरण) समिति की बैठक संयुक्त संचालक मंडी बोर्ड भोपाल रितु चौहान की अध्यक्षता में टी.प्रतीक राव एवं सदस्य-सचिव अरविन्द परिहार की उपस्थिति में 6 मई 2025 को की गई अनुशंसा के आधार पर 6 मई को ही मंडी समिति की बैठक आयोजित की गई।
इनको किया स्थायी
मंडी इटारसी के मंडी सेवा संवर्ग के पात्र कर्मचारी राजेश इंगले, मिलिंद रौंघे को सहायक ग्रेड-2, गोपाल राय, रविशंकर मालवीय, नरेंद्र राजपूत, सुनील भिलाला, अक्षय पंवार, विपुल यादव को सहायक ग्रेड-3 एवं मरिया लाल, नर्मदा प्रसाद, केदार सिंह, संतोष चौबे, कैलाश चावरे को भृत्य सहित 13 कर्मचारियों का वर्तमान पद पर परिवीक्षा अवधि समाप्त दिनांक या पदोन्नति दिनांक से स्थायीकरण कर दिनांक 8 मई 2025 को ही स्थायीकरण आदेश जारी कर दिए। इस प्रकार उपविधि 1987 में प्रावधान लागू होने के महज 12 दिन के अंदर कर्मचारियों का स्थायीकरण कर दिया।
संयुक्त संघर्ष मोर्चा के संयोजक बीबी फौजदार, अंगिरा पाण्डेय सहित मंडी कर्मचारी इटारसी इकाई के अध्यक्ष गौतम रघुवंशी सहित सभी पदाधिकारियों ने बताया कि सचिव की तत्परता, कर्मचारी हितैषी कार्य से प्रदेश में सबसे पहले स्थायीकरण आदेश मंडी सचिव इटारसी ने जारी किए। इसके लिए सभी कर्मचारियों ने प्रबंध संचालक, संयुक्त संचालक, भारसाधक अधिकारी एवं मंडी सचिव का कर्मचारी हितैषी सराहनीय कार्य के लिए आभार व्यक्त किया।
इनका कहना है
मंडी बोर्ड से मिले आदेश के बाद 16 में से 13 कर्मचारियों के स्थाई करण के आदेश जारी किए गए हैं।
अरविंद परिहार, मंडी सचिव