होशंगाबाद। यदि आप वाहन चलाने में पारंगत होंगे, तभी आपको वाहन चलाने का लायसेंस (License) जारी होगा। इसके साथ ही आपका अन्य रिकार्ड भी जांचा जाएगा। इस नयी आटोमेटिक टेस्ट ड्रायविंग प्रक्रिया (Automatic test driving procedure) के जरिए आधुनिक और उन्नत तरीके से टेस्ट होगा।
मध्यप्रदेश में जल्द ही नए ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट सेंटर (Automatic Driving Test Center) स्थापित होंगे जहां ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने आने वाले व्यक्ति का टेस्ट आधुनिक और उन्नत तरीके से किया जायेगा। नवागत परिवहन आयुक्त (Transport Commissioner) नई योजना का बारीकी से विश्लेषण कर रहे हैं। बताया जाता है कि आत्मनिर्भर मप्र योजना को पीपीपी मॉडल (Ppp model) पर क्रियान्वित किया जायेगा, जिसे सेंट्रल इंस्टीट्यूट फ़ॉर रोड ट्रांसपोर्ट पुणे में तैयार की जा रही है। आरटीओ मनोज तेहनगुरिया (Rto manoj tehunguria) ने बताया कि अब बायोमेट्रिक (Biometric) पहचान स्थापित होने पर ही व्यक्ति ड्राइविंग टेस्ट दे सकता है। इसमें बिना मानव हस्तक्षेप के टेस्ट लिया जायेगा। सेंसर आधारित सीसीटीवी कैमरे और सॉफ्टवेयर की सहायता से ड्राइविंग टेस्ट की रिकॉर्डिंग और मॉनिटरिंग की जायेगी। इसमें ऑनलाइन ही एप्लिकेशन स्वीकार होंगे।