Rohit Nage, Itarsi :
कल, 4 जून को दोपहर तक देश में बनने वाली नयी सरकार की तस्वीर लगभग साफ हो जाएगी। देश में मतदाताओं की चुप्पी के पीछे छिपा राज भी खुल जाएगा। देश का मूड इस चुप्पी के पीछे किसके पक्ष में था, इस सवाल का जवाब भी मिल जाएगा। वैसे देश के तमाम टीवी चैनल्स पहले अनुमानों के जरिए जनता का एक चावल के दाने दबाकर उसके कच्चे-पक्के होने का अनुमान जैसा परिणाम तो बता ही चुके हैं। लेकिन, इसमें जिसके पक्ष में अनुमान गया, वह खुश और जिसके पक्ष में नहीं गया, उनके लिए यह महज अनुमान है, भी फर्जी। उनके लिए इसके पीछे सुई की नोंक बराबर भी सच्चाई नहीं है।
बहरहाल, तमाम कयासों और आशंकाओं के बीच कल वह दिन आ रहा है जिसका राजनैतिक दलों को बेसब्री से इंतजार है। एग्जिट पोल्स की अनुमान यात्रा में अलग-अलग आंकड़े प्रदर्शित हो रहे थे, लेकिन सभी का परिणाम एनडीए के पक्ष में जाता दिखाई दे रहा है। वैसे भी चैनल्स को बिकाऊ, गोदी मीडिया जैसे तमाम शब्दों से नवाजा गया है, ऐसे में इन आंकड़ों पर तो सत्ता पक्ष को छोड़कर कोई राजनीतिक दल क्या ही विश्वास करेंगे? फिर एनडीए सरकार की वापसी को विपक्षी गठबंधन कैसे पचा सकते हैं। यदि परिणाम, एक्जिट पोल्स के इर्दगिर्द ही रहे तो बड़ा सवाल यह होगा कि इंडी गठबंधन पांच साल के लिए धैर्य और संयम के इम्तिहान से गुजरेगा या फिर बिखकर एकदूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप के साथ अपनी-अपनी राह पकड़ लेगा? जवाब के लिए कुछ दिन तो इंतजार करना ही पड़ेगा। अब एक्जिट पोल ने तो एनडीए की एंट्री करायी और इंडी को एक्जिट कर दिया, लेकिन क्या वाकई मतदाताओं का यही फैसला है, या फिर चुनावों के दौरान की शांति किसी तूफान का संकेत थी। यह तूफान भी एनडीए का तंबू उखाड़ेगा या फिर इंडी के बंडल को खोलकर बिखरे देगा? यानी कल का रिजल्ट वास्तव में इंट्री और एक्जिट करेगा। एनडीए राम भरोसे तो है ही मोदी के जादू के भरोसे भी एंट्री मारने का भरोसा लेकर बैठा है तो कांग्रेस इंडी गठबंधन के जरिए चुनावों में उठाए मुद्दों को लेकर सत्ता में 11 साल बाद वापसी के इंतजार में है। इंतजार पांच वर्ष और लंबा खिंचेगा या फिर 2024 में सत्ता की चाबी हाथ लगेगी, यह जानने के लिए कुछ घंटों का इंतजार करना शेष है। इसके बाद किन्तु-परंतु जैसा कुछ नहीं बचेगा, केवल टीवी चैनल्स पर सत्ता पक्ष के लोग खुशी से जनता का आभार मानते हुए डिबेट में शामिल होंगे तो अन्य तमाम दल के नेता कई प्रकार के आरोप, ईवीएम की गड़बड़ी जैसे राग आलापते मिलेंगे। लोकसभा की सभी 543 सीटों पर मतदान हो चुका है और परिणाम कल 4 जून को घोषित हो जाएंगे। भाजपा का चार सौ पार का नारा भले ही इन आंकड़ों तक नहीं पहुंचे, लेकिन अनुमानों का आंकड़ा बहुमत के पार अवश्य पहुंच गया है। कल दोपहर तक मन से या बेमन से, सभी को आने वाले परिणाम स्वीकार करना ही पड़ेगा।