इटारसी। मेवाड़ के महान योद्धा, महाराणा संग्राम सिंह (राणा सांगा) की जयंती पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उनकी वीरता, साहस और देशभक्ति को याद किया।
करणी सेना के गोल्डी बैस ने बताया कि राणा सांगा, जिन्हें ‘हिन्दूपत’ के नाम से भी जाना जाता है, मध्यकालीन भारत के एक महान राजपूत शासक थे। उन्होंने अपने जीवनकाल में मुगलों के खिलाफ कई महत्वपूर्ण युद्ध लड़े और अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उनकी वीरता और बलिदान आज भी पीढिय़ों को प्रेरित करती है।
इस अवसर पर, खाटू श्याम रसोई में आयोजित कार्यक्रम में मनीष ठाकुर ने राणा सांगा के जीवन और योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, ‘राणा सांगा ने अपने अदम्य साहस और दृढ़ संकल्प से मुगलों को कई बार पराजित किया। उनका जीवन हमें सिखाता है कि हमें अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए।’
राजपूत समाज द्वारा आयोजित कार्यक्रम में, युवाओं को राणा सांगा के जीवन से प्रेरणा लेने और देश के विकास में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया गया। राणा सांगा की जयंती पर, राष्ट्र ने उनके शौर्य और बलिदान को याद करते हुए, देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने का संकल्प लिया।
प्रमुख बिंदु
- राणा सांगा की जयंती पर राष्ट्र ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
- उनके जीवन और योगदान पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये।
- उनकी वीरता और बलिदान को याद किया गया।
- युवाओं को उनके जीवन से प्रेरणा लेने के लिए प्रोत्साहित किया।
- देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने का संकल्प लिया।