इटारसी। नगर के लकडग़ंज में सन् 1970 से प्रतिवर्ष शारदीय नवरात्रि के अवसर पर मां अंबे की प्रतिमा विराजित की जाती है। 1970 में यह प्रतिमा स्थापना की शुरुआत नरेंद्र पगारे द्वारा की गई थी, बाद में वह श्री महंत हो गए थे। 2 वर्ष पूर्व उनका निधन हो गया है, परंतु प्रतिमा स्थापना निरंतर जारी है।
नौ दिनों तक मां अंबे की प्रतिमा के समक्ष आरती भजन पूजन होते रहे 11 अक्टूबर को नवमी के दिन हवन और पूर्णाहुति के साथ कायक्रम का समापन हुआ। मंदिर समिति की ओर से मुख्य यजमान सुनील दुबे उनकी पत्नी श्रीमती किरण दुबे ने हवन की पूर्णाहुति की। मंदिर के पुजारी सत्येंद्र पांडे ने पूर्णाहुति कार्य संपन्न कराया।
इस बार मां अंबे की प्रतिमा पंडाल में बबलू कुचबंदिया ने भी अपने पुत्र की मन्नत के कारण मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की थी। उन्होंने भी आज परिवार सहित हवन की पूर्णाहुति की। इस अवसर पर कुचबंदिया समाज के प्रमुख जगवीर राजवंशी भी विशेष रूप से मौजूद थे।