इटारसी। दो दिन के अवकाश और दो दिन व्यापारियों की हड़ताल के बाद आज कृषि उपज मंडी (Agricultural Produce Market) में गेहूं की अच्छी आवक हुई और खरीद भी प्रारंभ हो गयी। सरकार से आश्वासन के बाद व्यापारियों ने हड़ताल वापस ले ली है।
बता दें कि मप्र (MP) के व्यापारियों का हजारों क्विंटल (Quintal) गेहूं बंदरगाहों पर पड़ा होने और केन्द्र सरकार द्वारा निर्यात पर प्रतिबंध लगा देने से मंडी में खरीद करने वाले व्यापारियों ने दो दिन हड़ताल करके खरीद बंद कर दी थी। अब बंदरगाहों पर पड़ा गेहूं और 13 मई से पूर्व जिनके लेटर आफ क्रेडिट (Letter of Credit) जारी हो गये थे, उनको एक्सपोर्ट (Export) की अनुमति मिलने के बाद व्यापारी काम पर लौट आये। बताया जाता है कि सिर्फ नर्मदापुरम (Narmadapuram) से ही 20 हजार मीट्रिक टन ( MT) गेहूं के सौदे फंसे थे और निर्यातक कंपनियों (Companies) ने अनाज लोड करने से मना कर दिया था। ऐसे में व्यापारी बढ़े दाम पर गेहूं खरीदकर ठगा सा महसूस कर रहे थे।
उल्लेखनीय है कि इस बार व्यापारियों से किसानों को गेहूं के अच्छे दाम मिले हैं, जिससे सरकार द्वारा की जा रही समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी प्रभावित हुई थी। किसानों ने पंजीयन कराने के बाद भी इन केन्द्रों पर गेहूं नहीं बेचकर व्यापारियों को बेचने प्राथमिकता दी थी।
आज आयी मंडी में बहार
चार दिन मंडी में किसी भी अनाज की आवक नहीं हुई। मंडी सचिव राजेश मिश्रा के अनुसार आज चार दिन बाद 10,470 क्विंटल की आवक हुई है। गेहूं के न्यूनतम भाव 2035 से 2065 तक रहे हैं।