स्टेशन पर गाड़ी का इंतजार करने वाले यात्री हर समय मनोरंजन एवं मनचाही सूचना प्राप्त कर सकते हैं
भोपाल। भारतीय रेलवे डिजिटल इंडिया (Indian Railways Digital India) के सपने को साकार करने के लिए डिजिटल पहलों को लागू करने में सबसे आगे रहा है और सूचना प्रौद्योगिकी उन्मुख यात्री अनुप्रयोगों/सुविधाओं जैसे राष्ट्रीय ट्रेन पूछताछ प्रणाली और यात्री आरक्षण प्रणाली (Reservation system) यात्री यात्रा अनुभव में क्रांतिकारी बदलाव कर रही है। अब, भारतीय रेलवे रेलवे स्टेशनों पर अपने वाई-फाई नेटवर्क कनेक्टिविटी/सुविधा के माध्यम से यात्रियों को इंटरनेट सुविधा (Internet facility) प्रदान करने के लिए आगे बढ़ रहा है।
एक प्रमुख जनहितैषी उपाय के तहत भोपाल मंडल के 87 स्टेशनों, जबलपुर मंडल के 98 एवं कोटा मंडल के 87 स्टेशनों सहित पश्चिम मध्य रेलवे के 272 स्टेशनों को मुफ्त उच्च गति वाई-फाई इंटरनेट कनेक्टिविटी से लैस किया गया है, जिससे अब तक पश्चिम मध्य रेलवे के लगभग 3000 रूट किलोमीटर ओएफसी (ऑप्टिकल फाइबर केबल) से आच्छादित हो गए हैं।
भोपाल, रानी कमलापति, इटारसी, जबलपुर, कोटा, भरतपुर में पश्चिम मध्य रेलवे के प्रमुख स्टेशनों पर यात्रियों की प्रतिक्रिया यात्रियों के लिए उत्कृष्ट कनेक्टिविटी, निर्बाध डेटा एक्सेस और महान सुविधा का संकेत देती है। रेलवायर वाई-फाई सुविधा उपयोगकर्ता के अनुकूल है। इन स्टेशनों के उपयोगकर्ताओं की वाई-फाई सुविधाओं में लगातार वृद्धि हो रही है। इस परियोजना को रेलवे स्टेशनों को डिजिटल समावेशन के हब में बदलने के मिशन के रूप में लिया गया है।
स्टेशन पर गाड़ी का इंतजार करने वाले यात्रीगण हर समय मनोरंजन एवं मनचाही सूचना प्राप्त कर सकते हैं।
इस उल्लेखनीय डिजिटल इंडिया पहल को लागू करने की जिम्मेदारी रेलवे के मिनी रत्न पीएसयू रेलटेल को सौंपी गई है। अथक और लगातार काम करते हुए रेलटेल रेलवायर के ब्रांड नाम के तहत अत्याधुनिक सार्वजनिक वाई-फाई प्रदान कर रहा है। रेलटेल ने अब तक पूरे भारत में 6070+ स्टेशनों पर इस सुविधा को चालू कर दिया है। इस सुविधा को बढ़ावा देने के लिए पश्चिम मध्य रेलवे समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाती रहती है। सोशल मीडिया पर वीडियो और संदेशों के माध्यम से, स्टेशनों पर नियमित घोषणाएं, होर्डिंग और बैनर, पश्चिम मध्य रेलवे रेल उपयोगकर्ताओं और यात्रियों द्वारा वाई-फाई सुविधा के उपयोग को बढ़ावा दे रहा है। यह दुनिया के सबसे बड़े और सबसे तेज सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क में से एक है। भारतीय रेलवे का इरादा सभी रेलवे स्टेशनों (हॉल्ट को छोड़कर) में वाई-फाई प्रदान करने का है और केवल कुछ सौ स्टेशनों को उस स्थान तक पहुंचने के लिए छोड़ दिया गया है जहां काम प्रगति पर है।
कनेक्शन चालू करने के लिए, यात्रियों को वाई-फाई विकल्पों को स्कैन करना होगा और रेलवायर चुनना होगा। एक बार जब ब्राउजऱ उपयोगकर्ता को रेलवायर पोर्टल पर ले जाता है, तो वह एक मोबाइल नंबर मांगेगा जिस पर एक वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) भेजा जाएगा। एक बार कनेक्ट होने के बाद, वाई-फाई कनेक्शन 30 मिनट तक चलेगा। इससे रेल यात्रियों को रेलवे की जानकारी से जुड़े रहने और अपडेट रहने में मदद मिलती है। वाई-फाई हर दिन 1 एमबीपीएस की गति से पहले 30 मिनट के उपयोग के लिए नि:शुल्क है। वाई-फाई सुविधा को और अधिक तेज गति से उपयोग करने के लिए, उपयोगकर्ता को मामूली शुल्क देकर उच्च गति वाला प्लान चुनना होगा। रुपये 10 प्रति दिन (5 जीबी @ 34 एमबीपीएस के लिए) से रु. 75 प्रति 30 दिन (60 जीबी @ 34 एमबीपीएस के लिए) जीएसटी को छोड़कर। ऑनलाइन प्लान खरीदने के लिए नेट बैंकिंग, वॉलेट, क्रेडिट कार्ड जैसे कई भुगतान विकल्पों का उपयोग किया जा सकता है। भारतीय रेलवे और रेलटेल की इन पहलों ने आम भारतीय रेल यात्री को डिजिटल प्रौद्योगिकी के लाभों को प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त किया है।