देश ने खोया नेता महान, याद करेगा हिंदुस्तान
होशंगाबाद। साहित्य अकादमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद व्दारा संचालित पाठक मंच होशंगाबाद व्दारा सुशासन दिवस पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जंयती पर काव्यगोष्ठी का आयोजन हुआ। कविता पाठ डाँ स्मिता रिछारिया के निवास दादा कुटी मे वरिष्ठ साहित्यकार तेजस्वर मिश्र की अध्यक्षता मे सम्पन्न हुआ। काव्य गोष्ठी मे सदस्यों ने एक से बढकर एक ओज, हास्य, व्यंग्य ओर कविताऐं सुनकर खूब वाहवाही लूटी। शुभारंभ आरती शर्मा ने किया, मनोज दुबे ने अटल विश्वास उनका था। अटल जज्जवात उनके थे, अटल शब्द उनके थे अटल संवाद उनके थे। महेंद्र तिवारी ने कहा कि नजर से नजर मिला सच की सुगम राह है। सच की है परीक्षाएं लेता हर कोई थाह है। मनोज परसाई रही है भारत माता जाग, कोरोना भाग तू जल्दी भाग। एचपी बछ्लदे ने मिट नही सकता कभी लिखा हुआ तकदीर का। तेजेस्वर मिश्र ने ये जिंदगी मिली हमें प्यार के लिए, न जीत के लिए ना हार के लिए। सुनील भिलाला ने माह दिसंबर बडा सुहाना हो रहे ठण्डे दिन ओर रात, घर घर वन रहे भजिया चीला, सेक रहे सिगडी मे दादा। शिवा यादव ने राम बसे है हर दृष्टि में राम यही है इस सृष्टि मे। सुभाष यादव ने अब तो सद्बुद्धि का बापू दे दो कोई पैगाम, बापू तुम्हें प्रणाम। कार्यक्रम का संचालन कर रहे जगदीश वाजपेयी ने अटल बिहारी अटल सत्य थे। नियमों के वे बडे सक्त थे। देश ने खोया नेता महान, याद करेगा हिन्दुस्तान। डां स्मिता रिछारिया ने माँ कहते हो जिस रेवा को पीडा से वो कराह रही है। अब तो जागो सोने वालों यशोदा तुम्हें पुकार रही। निशा डाले ने नव वर्ष पर रचना पुराने वर्ष के पन्ने पलटे देखा कर्मो का हाल।आरती शर्मा ने गुजर जाओ तुम भी हम भी ओर के हो जाएंगे जाओ बीज तुम नई सदी का स्वागत करने दो। इस दौरान सुनीता परसाई, रीता पटैरिया सहित अन्य सदस्यों ने कविता पाठ कर खूब तालियां बटोरी। संस्था द्वारा किशोर करैया का शाॅल श्रीफल से सम्मान किया।