- श्रीमद् देवी भागवत के कथा वाचक ने देखा कथा स्थल
- मंदिर के पीछे मेले में दुकानों का ले आउट डाला गया
- नगर पालिका ने प्रारंभ किया विशेष सफाई अभियान
इटारसी। श्रीश्री बूढ़ी माता मंदिर परिसर में श्री शतचंडी महायज्ञ के अर्धशताब्दी वर्ष में होने वाले आयोजन की तैयारी जोरों पर है। इस वर्ष यहां हर वर्ष की तरह श्री शतचंडी महायज्ञ और मंदिर के पीछे स्थित मैदान पर मनोरंजन के लिए मेला के अलावा पहली बार श्रीमद् देवी भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। यज्ञ 6 से 12 फरवरी तक तथा देवी भागवत 5 से 11 फरवरी तक चलेगी।
श्री शतचंडी महायज्ञ की तैयारियों के अंतर्गत नगर पालिका ने यहां सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी के तहत सफाई प्रारंभ करा दी है। आज स्वच्छता विभाग की टीम ने मंदिर के आसपास और मंदिर पहुंच मार्ग पर विशेष स्वच्छता अभियान चलाया। मंदिर के पीछे मैदान पर लगने वाले मेले की तैयारियां भी प्रारंभ हो गई हैं। मेले में दुकानों का ले-आउट डाल दिया है, तथा झूले लगने प्रारंभ हो गये हैं।
विशेष सफाई अभियान
बूढ़ी माता मंदिर में होने शतचंडी महायज्ञ को देखते हुए बूढ़ी माता मंदिर रोड पर नगर पालिका ने विशेष सफाई अभियान चलाया गया। स्वच्छता विभाग के सभापति राकेश जाधव के निर्देश पर आज बूढ़ी माता मंदिर रोड पर सफाई अभियान चलाया। जाधव ने 6 से 12 फरवरी तक प्रतिदिन सफाई के निर्देश दिए। रोड पर पड़े बिल्डिंग मटेरियल हटाने के भी निर्देश दिए। इस दौरान स्वच्छता निरीक्षक स्वदेश मोहरिया, पप्पू मालवीय, सुनील गोदरे मौजूद थे।
पहली बार होगी श्रीमद् देवी भागवत कथा
50 वर्षों में पहली बार मंदिर परिसर में श्रीमद् देवी भागवत कथा प्रसंग का आयोजन किया जा रहा है। आज कथावाचक पं. सोमनाथ शर्मा ने आज मंदिर परिसर में आकर कथा स्थल देखा। उन्होंने मंदिर समिति और आयोजन समिति के सदस्यों के साथ माता भगवती के दर्शन किये। समिति की ओर से कथावाचक का सम्मान किया। कथा वाचक भगवताचार्य पं. सोमनाथ शर्मा आज श्री बूढ़ी माता मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने मां बूढ़ी माता के दर्शन किये। इस अवसर पर श्री शतचंडी महायज्ञ के प्रभारी जसबीर छाबड़ा, श्रीदेवी पुराण के यजमान संगीत अनिल मालवीय भी उपस्थित रहे।
यह होगा देवी भागवत में
5 फरवरी से प्रारंभ होकर 11 फरवरी तक चलने वाली संगीतमय श्रीमद देवी भागवत कथा प्रसंग में श्रीमद देवी भागवत माहात्म्य, देवी भागवत परिचय, वेद व्यास जी का जन्म,कौरव पांडव जन्म, श्री शुकदेव जी का चरित्र, मधु कैटभ वध व भगवान हयग्रीव की कथा, जनमेजय वेद व्यास जी प्रसंग, श्री कृष्ण जन्म व योगमाया प्रदुर्भाव (श्री कृष्ण जन्मोत्सव), महिषासुर की कथा वो देवी का प्राकट्य और महिषासुर वध की कथा (देवी झांकी), चण्ड मुंड वध, कालिका, चामुंडा, माता कोशिकी की कथा, (छप्पन भोग), (नौ दुर्गा पूजन और झांकी), (महाआरती) के साथ ही विश्राम दिवस पर दुर्गा देवी प्राकट्य, दुर्गम राक्षस का वध, भ्रामरी देवी प्राकट्य, गौ महिमा, शिव सती चरित्र, शक्तिपीठों की कथा व कथा विश्राम होगा।
श्री शतचंडी महायज्ञ् के कार्यक्रम
श्री श्री बूढ़ी माता मंदिर मालवीयगंज में इस वर्ष श्री शतचंडी महायज्ञ का स्वर्ण जयंती वर्ष है। विगत 49 वर्ष से यहां श्री शतचंडी महायज्ञ का आयोजन चल रहा है। इस वर्ष 5 फरवरी से स्वर्ण जयंती वर्ष में होने वाले कार्यक्रम में पहली बार श्री देवी भागवत कथा का आयोजन होगा।
श्री देवी भागवत कथा 5 फरवरी, बुधवार को दोपहर 1 बजे से प्रारंभ होगी। व्यास पीठ पर नर्मदापुरम के निवासी पं. सोमनाथ मिश्रा बैठेंगे। 6 फरवरी, गुरुवार को प्रात: 9 बजे से माता महाकाली दरबार गुरुनानक दाल मिल के पास, गांधी नगर से श्री शतचंडी महायज्ञ की शोभायात्रा प्रारंभ होगी जो श्री दुर्गा नवग्रह मंदिर होते हुए श्री बालाजी मंदिर चौराहे से आजाद पंजा चौराह होते हुए श्री श्री बूढ़ी माता मंदिर पहुंचेगी।
मंदिर में प्रतिदिन प्रात: 8 से दोपहर 12 बजे और दोपहर 2 से सायंकाल 5 बजे तक यज्ञ चलेगा। यज्ञ के मुख्य यजमान कालीदास भावसार रहेंगे। मंदिर परिसर में पीछे मैदान में मेला लगेगा। 12 फरवरी को भंडारा होगा और हजारों लोगों को प्रसाद वितरण किया जाएगा। मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं से अधिक से अधिक संख्या में आकर यज्ञ, कथा और समस्त धार्मिक कार्यों में शामिल होकर पुण्यलाभ अर्जित करने का अनुरोध किया है।