इटारसी। कृषि उपज मंडी () में गेहूं का मूल्य समर्थन मूल्य (Support Price) से नीचे मिल रहा है, मूंग की फसल के लिए सरकार (Government) ने अब तक कोई गाइड लाइन (Guide Line) नहीं दी है, बिजली की व्यवस्था दुरुस्तAgricultural Produce Market नहीं है, किसान हर तरफ से परेशान है, उनमें व्यवस्था को लेकर नाराजी है। इन परेशानियों का निदान कराने आज क्रांतिकारी किसान मजदूर संगठन (Krantikari Kisan Mazdoor Sangathan) के साथ किसानों ने पहले मंडी परिसर में एक बैठक की फिर मंडी सचिव और एसडीओ राजस्व तथा मंडी में भारसाधक अधिकारी (SDO Revenue and Officer in charge of Mandi) मदन सिंह रघुवंशी को एक ज्ञापन सौंपा।
किसानों का कहना है कि कृषि उपज मंडी में जो गेहूं और चने की खरीदी की जा रही है, उसमें समर्थन मूल्य से कम दाम मिल रहे हैं और भुगतान भी समय पर नहीं हो रहा है। ग्रीष्मकालीन मूंग खरीद के लिए तत्काल गिरदावली कराकर पंजीयन की प्रक्रिया प्रारंभ होनी चाहिए। खरीफ फसल के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न भंडारण एवं वितरण की व्यवस्था की जानी चाहिए। वर्षा प्रारंभ होने से पूर्व खेतों में झूलते बिजली के तारों को ऊंचा किया जाए, पेड़ों की कटिंग, ट्रांसफार्म मेंटेनेंस (Transform Maintenance) समय पर हो।
इनका कहना है…
किसानों ने समर्थन मूल्य पर खरीदे अनाज के समय पर भुगतान, समर्थन मूल्य से नीचे खरीद नहीं करने, बिजली और मूंग खरीदी संबंधी कुछ मांगों का ज्ञापन दिया है। राज्य स्तरीय मांगों को उच्च स्तर पर भेजा जाएगा, यहां की समस्याओं का जल्द निदान करेंगे।
एमएस रघुवंशी, एसडीओ राजस्व
हमने आज किसानों की कुछ समस्याओं को लेकर मंडी में बैठक की है, इसके बाद मंडी सचिव को भी समस्याओं के निदान और कमियों को दुरुस्त करने को कहा है। एसडीओ राजस्व को भी इस संबंध में ज्ञापन दिया है।
हरपाल सिंह सोलंकी, जिलाध्यक्ष क्रांतिकारी किसान मजदूर संगठन
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मंडी में मिल रहे समर्थन मूल्य से कम दाम, किसानों में नाराजी


Rohit Nage
Rohit Nage has 30 years' experience in the field of journalism. He has vast experience of writing articles, news story, sports news, political news.
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