नर्मदापुरम। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में गायत्री शक्तिपीठ नर्मदापुरम में वर्ष 2024-25 के भारतीय संस्कृति ज्ञान पुरस्कार परीक्षा पुरस्कार का वितरण एवं शिक्षक सम्मान समारोह कार्यक्रम मुख्य अतिथि राजेश पटेल, उपजोन समन्वयक मध्य प्रदेश, रामचंद्र गायकवाड़ व्यवस्था गायत्री शक्तिपीठ नर्मदापुरम, अनुराग मिश्रा मिश्रा जिला समन्वयक, उमाशंकर पटले जिला संयोजक भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा, डॉ बोरे नर्मदा महाविद्यालय की उपस्थिति में किया।
कार्यक्रम में जिले 64 छात्र छात्राओं को कक्षा 5 से कक्षा 12 में प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त करने एवं महाविद्यालय स्तर पर स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों पुरस्कृत किया। जिले से आये लगभग 42 प्राचार्य, शिक्षक शिक्षिकाओं का सम्मान भी किया। अनुराग मिश्रा ने बताया कि भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए एक महत्वपूर्ण आयाम होती है। कक्षा 5 से 12 एवं महाविद्यालय स्तर तक लगभग 10 वर्ष तक लगातार परीक्षा देते हैं तो हमारे पास में हजार प्रश्नों का कलेक्शन हो जाता है। इन प्रश्नों में से आगामी भविष्य में जब कंपटीशन एग्जाम दिया जाता है तो अधिकांश प्रश्नों की पुनरावृत्ति होती है जिससे बच्चों को भविष्य के लिए यह परीक्षा बहुत ही उपयोगी होती है।
व्यवस्थापक रामचंद्र गायकवाड़ ने बताया कि गुरुकुल परंपरा एवं परम पूज्य गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य ने कहा कि भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा में सभी बच्चों को अधिक से अधिक भाग लेना चाहिए। मुख्य अतिथि राजेश पटेल ने कहा कि भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के माध्यम से छात्र हमारी संस्कृति विरासत एवं हमारी सभ्यता को जान पाते हैं। इस परीक्षा के माध्यम से बच्चों में संस्कार दिए जाते हैं। संचालन चंद्रमोहन गौर जिला संयोजक भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा, ओपी गौर ने किया।
इस अवसर पर यूके सिंह तहसील समन्वयक, तुलसीराम बावरिया, सुरेश चंद्र सराठे, संतोष यादव वसंत मलैया ,परशुराम बातोसिया, अशोक यादव ,आशा मीणा, आरती गौर, कृष्ण कुमार उपाध्याय, नारायण दास सराठे अनंत कुमार श्रीवास्तव माखननगर, सुश्री दीप्ति गोहिया, संध्या मांगरोल, रामकुमार सोनी, महेश प्रसाद गौर आदि प्रमुख गायत्री परिवार के कार्यकर्ता उपस्थिति रहे।