इटारसी। दीपावली (Deepawali) पर लक्ष्मी पूजन के बाद दूज (Dooj) की मुहूर्त पूजा (Muhurt Pooja) से नये वर्ष का बही खाता प्रारंभ हुआ। व्यापारियों ने आज मुहूर्त पूजा के बाद नमक की खरीद की तो कृषि उपज मंडी परिसर (krashi upaj mandi parisar) में पूजन के बाद मुहूर्त के सौदों में धनिया का पहला ढेर 9051 रुपये में बिका। गणेश पूजन और तौल-कांटों की पूजन के बाद धनिया की नीलामी प्रारंभ हुई। धनिया का पहला ढेर 9051 रुपये में श्री विनायक ट्रेडर्स (Shree Vinayak Traders) ने खरीदा। नये वर्ष में व्यापार की शुरुआत के मौके पर व्यापारियों ने बाजार में और कृषि उपज मंडी में पटाखे फोड़कर अपनी खुशी का इजहार भी किया। इस अवसर पर मौजूद लोगों में प्रसाद के रूप में मिष्ठान का वितरण भी किया।
दीपावली के चार दिन के अवकाश के बाद कृषि उपज मंडी में आज सोमवार से उपज खरीदी का कारोबार शुरू हो गया है। इससे पहले कृषि मंडी के करीब एक सैंकड़ा से अधिक व्यापारियों ने दूज पर मंडी (Mandi) में मुहूर्त पूजा की। पुजारी पं.नरेन्द्र शास्त्री और पं. शुभम तिवारी ने पूजा संपन्न करायी। व्यापारियों ने बेहतर कारोबार की कामना के लिए पूजा की। पूजा के मौके पर मंडी व्यापारियों अनिल राठी, प्रदीप मालपानी, मंटू ओसवाल, कमल मित्तल, ओमप्रकाश गांधी, आशीष दुबे, प्रदीप अग्रवाल, रमेश चांडक, कैलाश शर्मा, मांगीलाल मालपानी, विकास अग्रवाल, दीपांशु अग्रवाल, प्रदीप साहू, विजय राठी, विनीत राठी के अलावा मंडी स्टाफ, तुलावटी मौजूद थे। मंडी में अच्छे कारोबार की कामना के साथ ही प्रति वर्ष यह पूजा की जाती है।
दशकों से चल रही है परंपरा
व्यापारियों के बीच कई दशक से यह परंपरा चली आ रही है। आज के दिन तौल कांटों और बहीखातों (Bahikhate ki puja) की पूजा के साथ नए साल का व्यापार शुरू होता है। शुभ मुहूर्त में व्यापारी गुड़ और धना खरीदकर व्यापार का शुभारंभ करते हैं। गुड़ और धनिया सुख सम्रद्धि का प्रतीक मानी जाती है। मंडी में करीब 150 लाइसेंसी व्यापारी साल भर अनाज खरीदी करती हैं। धनतेरस को सालाना कारोबार बंद होता है और दूज पूजा के साथ नए साल का कारोबार शुरू होता है। आज धान, सोयाबीन, मूंग, धना बिकने आया है। आज से ही धान की सरकारी खरीदी शुरू हो रही है। बता दें कि विगत 8 महीने से कोविड के कारण मंडी कारोबार पूरी तरह ठप रहा था। अब हालात सामान्य होने से व्यापार गुलजार हुआ है।
व्यापारियों का कहना…
संपूर्ण देश में व्यापार मुहूर्त में पूजा होती है। हमारे यहां भी यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है। पूजन के माध्यम से व्यापार में वृद्धि, जीवन में सुख-समृद्धि की कामना करते हैं ताकि व्यापार बढ़े जिससे व्यापारी और देश की उन्नति हो सके।
राजेन्द्र अग्रवाल (Rajendra Agrawal), अध्यक्ष दि ग्रेन मर्चेन्ट एसोसिएशन
कृषि उपज मंडी में दीपावली के बाद दूज से नये व्यापार की यह परंपरा दशकों पुरानी है। आज मुहूर्त में तौल-कांटों की पूजा के बाद नये वर्ष का व्यापार प्रारंभ होता है। पूजा के बाद शुभ मुहूर्त में व्यापारी अनाज की खरीद शुरु करते हैं।
अनिल राठी (Anil Rathi), मंडी व्यापारी
मंडी में भाव प्रारंभ से ही अच्छे चल रही है। यह समर्थन मूल्य से अधिक हैं। आशा करते हैं कि किसानों को आगामी समय में भी अच्छे से अच्छे दाम मिलेंगे। आज के दिन मुहूर्त के भाव खुलते हैं फिर यह भाव आगे तक चलते हैं।
ओपी गांधी (OP Gandhi), प्रबंधक इटारसी ऑयल मिल
पिछले करीब सात माह से कोरोना संक्रमण के कारण कृषि उपज मंडी में व्यापार खासा प्रभावित हो रहा था। उम्मीद करते हैं कि अब व्यापार में बढ़ोतरी होगी और व्यापारी बेहतर तरीके से अपना कारोबार करके देश की आर्थिक उन्नति में और बेहतर तरीके से योगदान दे सकेंगे।
विनीत राठी (Vineet Rathi), मंडी कारोबारी
ये कहते हैं अधिकारी
आज दूज के मौके पर मंडी में और बाजार में भी तौल-कांटे और बही-खातों की पूजा की जाती है। आज जब भाव खुलते हैं तो किसानों को उनकी उपज के अच्छे दाम मिलने की संभावना होती है। आज का दिन किसानों और व्यापारियों के लिए खुशहाली का दिन होता है।
मंडी सचिव उमेश शर्मा (Umesh Sharma, Market Secretary)