इटारसी। केन्द्र सरकार के नये मोटर व्हीकल एक्ट (Motor Vehicle Act) के खिलाफ आज इटारसी शहर (Itarsi City) सहित जिले के हजारों वाहनों के पहिए थम गये। सबसे बड़े कारोबारी केन्द्र मालगोदाम (Goods Warehouse) में ट्रकों को खड़ा करके ट्रक ड्रायवरों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। मोटर मालिक भी इनके समर्थन में हैं। आज सिर्फ एक दिन की हड़ताल से ही करीब एक करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है।
मालगोदाम में होशंगाबाद (Hoshangabad) के ट्रक चालक बाबा बवाल का कहना है कि केन्द्र सरकार से हम कहना चाहते हैं कि हड़ताल किसी के लिए भी अच्छी नहीं होती। हमें भी अपने घर का चूल्हा जलते देखना है, सरकार को भी इससे नुकसान है और गाड़ी मालिका को भी। हमें नया कानून नहीं चाहिए, पुराना ही ठीक है। इटारसी के ट्रक ड्रायवर नंद कुमार चौरे (Nand Kumar Chaure) का कहना है कि कानून का प्रावधान जीते जी मारने वाला है। दस साल की सजा और 7 लाख रुपए जुर्माना। यदि सात लाख रुपए ही हमारे पास होते तो हम ड्रायवरी क्यों करते? ट्रक ड्रायवरी भी मजदूरी में ही आती है, एक मजदूर के पास इतना पैसा होता तो वह अपना ही कोई धंधा नहीं कर लेता?
ट्रक चालकों का कहना है कि सरकार की तरफ से हमें कोई सुविधा तो मिलती नहीं, न पार्किंग का बंदोवस्त, ना ही अन्य कोई सुविधा। कोरोना काल में हमने बहुत मेहनत की और सरकार का साथ दिया, बदले में सरकार हमें यह कानून दे रही है। ट्रक ऑनर अजय टप्पू मिश्रा ने कहा कि ट्रक ऑनर भी ट्रक ड्रायवरों की हड़ताल को समर्थन दे रहे हैं। इटारसी में साढ़े तीन सौ से अधिक बड़ी गाडिय़ां हैं, 50 से अधिक ट्रांसपोर्टर और सैंकड़ों गाड़ी मालिक हैं। हड़ताल से एक दिन में केवल इटारसी में ही एक करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान है।
एक ड्रायवर को अधिकतम दस हजार रुपए मिलते हैं, वह किसी तरह से घर का खर्च चलाता है, सात लाख रुपए का जुर्माना तो उसकी जिंदगी ही खत्म कर देगा। गलती देखी जानी चाहिए श्री मिश्रा का कहना है कि एक्सीडेंट के वक्त सबसे पहले गलती देखी जानी चाहिए। अभी तो शराब के नशे में कोई बाइक चालक ट्रक के नीचे आ जाता है तो ट्रक मालिक ही दोषी माना जाता है। यह कानून तो ठीक नहीं है। नये कानून में तो पुलिस भी जेल का डर दिखाकर पैसे मांगेगी, इससे तो भ्रष्टाचार को ही बढ़ावा मिलेगा और ट्रक ड्रायवर निर्दोष भी होगा तो उसे जेल जाना पड़ेगा, इससे उसका परिवार प्रभावित होगा। सरकार को इस पर गौर करके नये कानून की समक्षा करके बदलाव किया जाना चाहिए।
ओवरब्रिज पर किया निवेदन
ट्रक चालकों के एक समूह ने ओवरब्रिज पर नये कानून के विरोध में और ट्रक चालकों की एकता के समर्थन में नारेबाजी की और यहां से गुजर रहे वाहन चालकों को रोककर उनको नये कानून की जानकारी देकर समर्थन मांगा। उनको बताया कि नये कानून में ड्रायवरों के खिलाफ कड़े प्रावधान हैं, देश व्यापी हड़ताल में वे भी साथ आएं। कई ट्रक चालकों को ओवरब्रिज पर ही रोक लिया। इस दौरान छोड़ी गाडिय़ों, आटो चालकों से भी उन्होंने समर्थन मांगा है।