इटारसी। पर्यावरण (Environment) के लिए समर्पित रेलकर्मियों (Railway men) के परिवारों ने इस वर्ष भी इको फ्रेंडली गणेश प्रतिमाएं बनायी हैं जो भक्तों को नि:शुल्क प्रदान की जाएगी। रेलकर्मी परिवारों के समूह ने इस वर्ष 251 गणेश प्रतिमाएं (Ganesh idols) बनायी हैं जो वे घर-घर जाकर वितरित करेंगे और रेलवे अधिकारियों (Railway officers) के परिवारों को भी भेंट करेंगे।
प्रकृति प्रेमी रेल कर्मचारियों के परिवार कई वर्षों से हर साल गणेश उत्सव के पहले प्रकृति के संरक्षण का संकल्प दोहराते हैं। इन दिनों न्यूयार्ड क्षेत्र और सोनासांवरी क्षेत्र में रहने वाले रेलकर्मी अपने घरों मेें मिट्टी को गणेश जी का रूप देने में लगे हुये हैं। रेल विभाग की ड्यूटी करने के बाद रेलकर्मी अपने संकल्प को पूरा करने में जुट जाते हैं और प्रकृति के संरक्षण का संकल्प पूरा करने में रेलकर्मियों का परिवार भी सहभागिता निभाता है। हर वर्ष की तरह रेलकर्मियों के समूह ने इस बार भी मिट्टी के इको फ्रेंडली गणेश(Eco friendly ganesh) जी बनाये हैं।
251 प्रतिमायें बनाई है
न्यूयार्ड में रहने वाले रेलकर्मी डिप्टी एसएस विनोद चैधरी ने अपने रेलकर्मी साथियों के साथ मिलकर करीब 251 मिट्टी के गणेश जी बनाये हैं। करीब 15.20 दिनों से लगातार मेहनत कर रहे इन रेलकर्मियों ने ड्यूटी करने और अवकाश के दिनों में प्रकृति के जुड़े सकारात्मक और सृजनात्मक कार्यों को अंजाम दिया है।
निशुल्क वितरित करेंगे
रेलकर्मियों द्वारा बना गई मिट्टी के गणेश की प्रतिमा घरों घर विराजेंगीए रेलकर्मी इको फ्रेंडली गणेश प्रतिमा को घर.घर जाकर निशुल्क वितरित करेंगे। इसके अलावा रेल अधिकारियों को भी ये गणेश भेंट करेंगेे। पटे पर विराजे हैं गणेश जी, रेलकर्मियों ने जो मिट्टी के गणेश की प्रतिमा बनाई है। उसके लिये उन्होंने पहले लकड़ी के पटे को कटिंग कर एक निर्धारित साइज दिया है और फिर पीला, लाल रंग का कपड़ा पटे पर बिछा कर गणेश जी को विराजमान किया है। प्रकृति संरक्षण के इस कार्य में रेलवे विभाग में पदस्थ डिप्टी एसएस विनोद चौधरी , गोपाल प्रसाद, महेश मेहरा और उनके परिवार के बच्चे अनुष्का चौधरी और आयुष सहयोग कर रहे हैं।