दस-दस भक्तों को ही मिलेगा मंदिर में प्रवेश
इटारसी। श्री बूढ़ी माता मंदिर(Shri Budhi mata mandir, itarsi) मालवीयगंज में नवरात्रि (Navratri) के पावन अवसर पर केवल दस-दस भक्तों को ही मंदिर के भीतर दर्शन के लिए प्रवेश दिया जाएगा। दस भक्त के दर्शन करने के बाद अगले दस भक्तों को भेजा जाएगा। मंदिर परिसर में एकसाथ भीड़ नहीं लगाने दी जाएगी और बिना मास्क किसी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
मंदिर समिति के सचिव जगदीश मालवीय (Secretary Jagdish Malviya) ने बताया कि समिति का निर्णय है कि इस वर्ष नवरात्रि के मौके पर यहां अखंड ज्योति, कलश, घट स्थापना नहीं होगी। केवल मुख्य मंदिर में विधि विधान से ज्योति कलश स्थापना (Jyoti kalash isthapna) होगी जैसी चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri) में की गई थी। उन्होंने कहा कि शहर के भक्त वायरस से संक्रमित न हों, इसकी चिंता समिति ने की है। सावधानी और सतर्कता बेहद जरूरी है। यदि एक भी कोरोना पॉजिटिव मरीज आता है और किसी एक पुजारी या ब्राह्मण को संक्रमित कर गया तो सारे ब्राह्मणों को कोरेंटाइन करना पड़ेगा, ऐसे में कौन सेवा करेगा। अत: मंदिर परिसर में अखंड ज्योति स्थापना, घट स्थापना नहीं की जा रही है।
ऐसे होंगे माता के दर्शन
नवरात्रि के अवसर पर श्री बूढ़ी माता मंदिर मालवीयगंज में बड़ी संख्या में भक्त दर्शन के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में भीड़ को मंदिर में एकसाथ प्रवेश से बचाने के लिए दस-दस भक्तों के ग्रुप को प्रवेश दिया जाएगा। मंदिर के भीतर गोले बनाये गये हैं, जहां खड़े होकर भक्त दर्शन कर सकेंगे। महिला और पुरुष भक्तों के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई है। नवरात्रि पर सामूहिक कन्याभोज के स्थान पर केवल पांच कन्याओं को भोजन कराया जाएगा। मंदिर के समय को लेकर भी समिति ने स्पष्ट किया है कि यदि भक्तों की संख्या ज्यादा होती है तो मंदिर सुबह 5 से रात 9 बजे तक लगातार खुला रहेगा और दोपहर में जो दो घंटे बंद किया जाता है, वह नहीं किया जाएगा। लेकिन, यह भक्तों की संख्या को देखने के बाद किया जाएगा।