इटारसी। हमारे धार्मिक ग्रंथों के अनुसार अंधकार अज्ञानता को हटाकर हमें प्रकाश की ओर ले जाने वाले और ईश्वर से हमारा साक्षात्कार कराने वाले गुरू की महिमा का गुणगान करने न्यास कॉलोनी स्थित साईं विद्या मंदिर स्कूल में आज शिक्षकों ने बच्चों को गुरूपूर्णिमा का महत्व बताया।
इस अवसर पर वरिष्ठ शिक्षिका उषा राजपूत ने बताया कि यह उत्सव महात्मा गांधी के आध्यात्म गुरू श्रीमद् राजचंद्र को सम्मान देने के लिये पुनर्जीवित किया और वरिष्ठ शिक्षिका रूपा शुक्ला ने बताया कि गुरू वेद व्यास के जन्मदिवस के अवसर पर व्यास पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है।
कार्यक्रम की संयोजक टी कश्यप व आभा तोमर ने बताया इस अवसर पर मां सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पण कर कक्षा 5,6,7 व 8 की देवांशी यादव, अनन्या झारिया, तनुश्री विश्वास, लावन्या यादव, माहिर अंसारी, वंशिका सेन, अदिति मालवीय, दिशा पटैल, आयुष यादव, अंकिता यादव, माही भारती, आयुश बोरासी, प्रांजल चौरे, यश कुशवाह, अजीम कुरैशी, आराध्या चतुर्वेदी, आस्था परिहार, तनिष्का रैकवार, मिष्ठी कुशवाह ने गुरू के महत्व पर कविता, श्लोक व अपने विचार रखे।