Collector Kissa Goi
कलेक्टर किस्सा गोई: कब किस के आशियाने पर गिर जाए बिजली पता नहीं होता था…
झरोखा/पंकज पटेरिया। यह सर्द किस्सा उस दौर का है जब देश पर आपातकाल का साया छाया हुआ था, लोग एक ...
कलेक्टर किस्सागोई: एक साहब बहादुर जहां पहुंच जाते, वहां महफिल सज जाती
झरोखा/ पंकज पटेरिया। मां नर्मदा जी की गोद में बसे होशंगाबाद जिले में एक साहब कलेक्टर चंद्रहास बिहार साहब ऐसे ...
कलेक्टर किस्सा गोई: नजर से गुजरी एक खबर, उसकी किस्मत गई संवर
झरोखा/पंकज पटेरिया। गौर वर्ण भव्य क्रांतिवान मुख्य मंडल उन्नत, ललाट, तपस्वी सा व्यक्तित्व देखकर लगता था
कलेक्टर किस्सा गोई: जब साहब बहादुर ने करवाई फ्रीस्टाइल कुश्ती
झरोखा/पंकज पटेरिया। गौर वर्ण उन्नत भाल सलीके से एक तरफ मांग निकली कंघी, गहरी बड़ी-बड़ी आंखें,
कलेक्टर किस्सा गोई: भीषण बाढ़ और जनाक्रोश की भारी मूसलाधार
झरोखा: पंकज पटेरिया/ एक तरफ उफनती नर्मदा जी की भीषण बाढ़ का दहशत भरा मंजर, लूटे पिटे बेघर, भूखे प्यासे ...
कलेक्टर किस्सा गोई: सड़क को मिली बल्दियत और मिली नई जिंदगी
झरोखा: पंकज पटेरिया। सुबह करीब 9-10 बजे का वक्त रहा होगा। सतरास्ता बीटीआई यानी गुरुकुल जाने बाली सड़क साफ सुथरी ...
कलेक्टर किस्सा गोई: जांबाज महिला कलेक्टर
झरोखा: पंकज पटेरिया/ वे बहुत सौम्य, शालीन, सुसंस्कृत विनम्र महिला कलेक्टर थी। आईएएस के कवच कुंडल के बाद बहुत सहज, ...
कलेक्टर किस्सा गोई: राजवैद्य जी और साहब बहादुर की बग्गी
झरोखा: पंकज पटेरिया। उन दिनों समूचे नर्मदा अंचल मे आवागमन के साधन नहीं थे, आम लोग पैदल आना जाना करते ...
कलेक्टर किस्सा गोई- दास्तान-ए रेनबोथ
झरोखा: पंकज पटेरिया: मां नर्मदा की गोद में राजधानी भोपाल के बगल में बरखेड़ा नर्मदापुरम होशंगाबाद सूबे का एक उन्नत ...