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गजल : आँख नम है मेरी ज़माने से

Aakash Katare

गजल आँख नम है मेरी ज़माने से, दर्द बढ़ता गया दबाने से। काम आते नहीं कभी आँसू, ग़म मिटेगा तो ...

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