पूरे प्रदेश में मानसून सक्रिय, अभी चलेगा भारी वर्षा का दौर
इटारसी। लगातार दूसरे दिन तवा बांध (Tawa Dam) के पांच गेट खोले गये हैं। दोपहर 2 बजे बांध का जलस्तर 1166 फुट पर पहुंचने के बाद डेम के गेट खोले गये हैं। अभी बांध से पांच गेट चार फुट खोलकर 35520 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इस समय बांध सौ प्रतिशत भर चुका है और ऊपरी क्षेत्रों में बारिश का दौर जारी है तथा बांध में लगातार पानी आ रहा है। 30 सितंबर तक बांध को 1166 फुट तक रखना है। इससे अधिक होने पर पानी निकाला जाता रहेग।
होशंगाबाद संभाग के होशंगाबाद और बैतूल जिलों में आगामी चौबीस घंटों में बारिश हो सकती है। मौसम विभाग (Weather Department) ने यहां 64.5 से 115.5 मिमी बारिश होने की संभावना जतायी है। संभाग के अलावा मप्र के दो दर्जन से अधिक जिलों में भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार मानसून लगभग पूरे मप्र में सक्रिय रहेगा। होशंगाबाद संभाग में कहीं-कहीं गरज के साथ बिजली चमकने और गिरने की संभावना भी बनी हुई है। इसी के साथ ही राजधानी सहित होशंगाबाद, सागर, रीवा, शहडोल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और चंबल संभाग में अधिकांश स्थानों पर वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
यहां भारी से अतिभारी वर्षा – दतिया, भिंड एवं मुरैना जिलों में।
यहां भारी वर्षा की संभावना – रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, अनूपपुर, शहडोल, डिंडोरी, बालाघाट, सागर, छतरपुर, पन्ना, दमोह, टीकमगढ़, निवाड़ी, शिवपुरी, अशोकनगर, ग्वालियर, श्योपुरकलॉ, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, होशंगाबाद, बैतूल, खरगोन, शाजापुर, आगर और मंदसौर।
अतिभारी वर्षा के प्रभाव
अतिभारी वर्षा से निचले इलाकों में कुछ समय के लिए जल भराव हो सकता है और वर्षा के दौरान दृश्यता में भी कमी हो सकती है। नेशनल हाईवे पर पहाड़ी नदियों के उफान पर होने से यातायात भी बाधित होने की संभावना है। बारिश का यह दौर 18 एवं 19 सितंबर को भी जारी रह सकता है।