इटारसी। रेलवे स्टेशन के सामने की व्यावसायिक पट्टी पर आज नगर पालिका के सफाई अभियान के दौरान जो दृश्य सामने आया, उसने एक बार फिर दुकानदारों के नागरिक कर्तव्यों के प्रति उदासीनता और बाजार की बदहाल सफाई व्यवस्था को उजागर कर दिया है। दुकानदारों की लापरवाही का नतीजा सफाई टीम ने जब इन दुकानों के सामने की नालियों की सफाई शुरू की, तो बड़ी मात्रा में हैरान कर देने वाला कचरा निकला।
इसमें मुख्य रूप से चिप्स, कुरकुरे और अन्य खाद्य सामग्री के खाली पाउच, पान मसाले के पाउच और पॉलिथीन शामिल थे, जिन्हें दुकानदारों/ग्राहकों ने सीधे नालियों में डाल दिया था।
- डस्टबिन नदारद : वर्षों पहले इन सभी दुकानदारों को अपनी दुकानों के सामने डस्टबिन रखने की सख्त हिदायत दी गई थी, इसके बावजूद मौके पर किसी भी दुकान के सामने डस्टबिन दिखाई नहीं दी।
- अतिक्रमण से अवरुद्ध नालियां : कई दुकानदारों ने नालियों पर आगे तक सामान रखकर उन्हें बंद करने की असफल कोशिश की है, जिसके कारण कचरा बाहर नहीं निकल पाता और नाली पूरी तरह जाम हो जाती है। इसी लाइन में आगे भी अतिक्रमण के कारण नालियां कचरे से अटी पड़ी हैं।
जागरूकता अभियान हुआ बेअसर
याद रहे कि कुछ साल पहले विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा स्वयं एक जागरूकता अभियान के तहत इन दुकानदारों के सामने हाथ जोड़कर निवेदन करने पहुंचे थे कि वे सफाई में सहयोग करें और डस्टबिन का उपयोग करें। इस पहल का कुछ दिनों तक असर दिखा, लेकिन जैसे ही नगर पालिका ने अभियान बंद किया, दुकानदार फिर से स्वच्छंद हो गए। इसका सीधा नतीजा यह है कि अधिकांश दुकानदारों का सहयोग नहीं मिलने के कारण बाजार की सफाई व्यवस्था चौपट चल रही है।
सभापति का एक्शन, जमादार को हटाया
नगर पालिका सभापति राकेश जाधव ने आज स्वयं स्वच्छता दल के साथ स्टेशन रोड क्षेत्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मार्ग पर फैली गंदगी देखकर उन्होंने तत्काल वार्ड जमादार को हटाने के निर्देश दिए। सभापति जाधव ने इस दौरान दुकानदारों से स्वच्छता में सहयोग की अपील करते हुए कहा कि सभी दुकानदार अपनी-अपनी दुकान के स्थान पर डस्टबिन रखें और कचरा सड़क पर न फेंकें। उन्होंने कहा, स्टेशन रोड हमारे शहर का मुख्य मार्ग है। यहां किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी। स्वच्छता हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। आज सभापति के सामने खड़े होकर यहां सफाई कराई गई, तो बड़ी मात्रा में नालियों से कचरा निकाला। इस दौरान स्वच्छता प्रभारी स्वदेश मोहरिया, मोहन कंडारे और नरेश घारू उपस्थित थे।
यह घटना जहां एक ओर दुकानदारों को उनके नागरिक कर्तव्य याद दिलाती है कि वे कचरे को कूड़ेदान में डालें और अतिक्रमण से बचें, वहीं दूसरी ओर नगर पालिका को भी नियमित सफाई करने और व्यवस्था पर निरंतर निगरानी रखने के संकेत देती है। नगर पालिका को चाहिए कि वह न सिर्फ जागरूकता अभियान को निरंतर जारी रखे, बल्कि नियमों का उल्लंघन करने वाले दुकानदारों पर सख्त दंडात्मक कार्रवाई भी करे ताकि बाजार की स्वच्छता स्थायी रूप से बनी रह सके। स्वच्छ इटारसी का सपना तभी साकार होगा जब प्रशासन और नागरिक, दोनों अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे।








