- संस्मरण : प्रमोद पगारे, वरिष्ठ पत्रकार
अवध जहां पर कोई वध ना हुआ हो। अयोध्या जहां कोई युद्ध ना हुआ हो। चक्रवर्ती सम्राट राजा दशरथ की राजधानी, प्रभु श्री राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न की मातृभूमि अयोध्या में उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद प्रभु श्री राम का विशाल मंदिर बनना प्रारंभ हुआ। मंदिर का कुछ हिस्सा बन चुका है। जहां प्रभु श्री राम को गर्भ ग्रह में विराजित किया गया है।
प्रतिदिन 2 से 3 लाख श्रद्धालु देश के कोने-कोने से आ रहे हैं। दशरथ महल जैसा है, उसका विकास भी जरूरी है, कनक भवन का भी विकास होना चाहिए। वशिष्ट कुंड कोई देखने जाता नहीं। अशर्फी भवन के दर्शन सामने से लोग करते हुए निकलते हैं। लेकिन मां सरयू की आरती जो शाम 7:15 बजे प्रतिदिन होती है, उसे देखने हजारों लोग जाते हैं। यहां पर लता मंगेशकर चौक आकर्षण का केंद्र है। सरयू नदी पर होने वाला लेजर शो उतना प्रभावशाली नहीं है। आम भक्त को केवल और केवल प्रभु श्री राम के दिव्य मंदिर को देखना चाहता है।
अयोध्या के मकान होटल में तब्दील होते जा रहे हैं, जो जमीन अयोध्या में 20 हजार रुपये गज थी, वह अब 2 लाख रुपये प्रति गज हो गई है। सभी प्रकार का व्यापार फल फूल रहा है। परंतु प्रभु श्री राम के दिव्य मंदिर को पूरा होने में अभी लंबा समय लगेगा, लेकिन श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र एवं प्रशासन और शासन के द्वारा कम समय में जितनी व्यवस्थाएं की गई हैं, इसकी जितनी तारीफ की जाए वह कम है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वह कर दिखाया जो पिछले 75 साल में नहीं हुआ। अतिक्रमण टूटने पर जनता नाराज हो गई, कुछ समय का गुस्सा था, जो उसने शासन पर उतार दिया। परंतु अतिक्रमण टूटने के बाद उन सडक़ों का उपयोग जनता करेगी जितनी चौड़ी सडक़ होगी आवागमन उतना तेज होगा।
7 जुलाई बुधवार को श्री पंच रामानंदीय दिगंबर अखाड़ा के पूर्व महंत साकेतधाम वासी परमहंस श्री रामचंद्र दास जो अयोध्या राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष भी थे, उनकी 21 वीं पुण्यतिथि पर दिगंबर अखाड़े में उनकी प्रतिमा का लोकार्पण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। इस अवसर पर देशभर के संत महात्मा राज्य के मंत्री और विधायक उपस्थित थे। योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के विकास का लेखा-जोखा जनता को बताया्रश्यख्च, संत महात्माओं के प्रति कृतज्ञता प्रकट की। श्री दिगंबर अखाड़े के महंत सुरेश दास जी एवं उत्तराधिकारी महंत राम कमल दास जी और बड़ौदा से आए दिगंबर अखाड़े के संत श्री गंगा दास जी का सानिध्य हमें प्राप्त हुआ।
हमने अयोध्या में हनुमानगढ़ी के दर्शन किए, फिर प्रभु श्री रामलला के दर्शन किए। दशरथ महल, कनक भवन भी देखा। अयोध्या जिस रूप में विकसित हो रहा है, यह कार्य भारतीय जनता पार्टी सरकार की देन है, यहां का वैभव त्रेतायुग की याद दिला रहा है। व्यापार की दृष्टि से अयोध्या बहुत बढ़ गया है। अयोध्या वासियों ने भी कभी नहीं सोचा होगा कि रामलाल के विराजित हो जाने के बाद इस तरह का व्यवसाय बढ़ेगा।
हमारा पड़ाव एक्सप्रेस फूड रेलवे जंक्शन श्री अयोध्या धाम में 3 दिन रहा। इसका संचालन इटारसी के स्वर्गीय सुरेश चंद्र पांडे शास्त्री परिवार इटारसी द्वारा किया जाता है। दोनों प्रबंधक गौरव शर्मा एवं अंकुश सिंह प्रत्येक यात्री का बराबर ध्यान रखते हैं। 3 दिन अयोध्या में पत्रकार भूपेंद्र विश्वकर्मा, अमित सेठ दरबार और आशीष सेन नगर अध्यक्ष सेन समाज इटारसी हमारे साथ रहे। अयोध्या को घूमने और पास से देखने का मौका मिला। निश्चित ही केंद्र और उत्तर प्रदेश की सरकार हिंदू धर्म स्थान के लिए बहुत कुछ कर रही है।