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हरदा जैसा हादसा दोबारा न हो, अवैध पटाखा भंडारण की मुझे सीधे सूचना दें

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  • – शांति समिति की बैठक में एसडीएम टी प्रतीक राव ने कहा, अवैध भंडारण पर सख्त कार्रवाई होगी
  • – पटाखा लायसेंस के लिए 10 अक्टूबर अंतिम तिथि, एसडीएम ने अभी से आवेदन करने को कहा
  • – दुर्गा उत्सव में गलियां पूरी तरह से न रोकें, आम आदमी के आवागमन का भी ध्यान रखें

इटारसी। विश्राम गृह में नवरात्रि, दुर्गा उत्सव सहित अन्य त्योहारों को लेकर आज शाम शांति समिति की बैठक हुई। बैठक में एसडीएम टी प्रतीक राव आईएएस ने साफ कहा है कि पटाखा लायसेंसी आबादी क्षेत्र में पटाखों का भंडारण या अवैध भंडारण न करें, अन्यथा उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि हरदा जैसा दर्दनाक हादसा दोबारा न हो इसका ख्याल रखा जाए। एसडीएम ने कहा कि मेरे फोन नंबर पर चौबीस घंटे में कभी भी अवैध भंडारण की जानकारी आमजन दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि अवैध भंडारण पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।

इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी पुलिस महेन्द्र सिंह चौहान, टीआई गौरव सिंह बुंदेला, नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पंकज चौरे, नर्मदापुरम पत्रकार संघ अध्यक्ष प्रमोद पगारे, समाजसेवी मनीष सिंह ठाकुर, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष पंकज राठौर, पार्षद शिवकिशोर रावत सहित पुलिस, नपा और बिजली विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, दुर्गा उत्सव समिति के सदस्य और गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।

शहर का नाम खराब न हो

एसडीएम श्री राव ने कहा कि इस बार देश और प्रदेश में पिछले दिनों घटनाओं के कारण कमिश्रर, कलेक्टर और उच्च अधिकारियों के सख्त निर्देश मिले हैं कि सीधे कार्रवाई की जाए। अपने शहर में ऐसी घटनाएं न हों, इसका खास ध्यान रखें और अपने शहर का नाम खराब न होने दें। पर्व का हर्षोल्लास तो रहे लेकिनन नशा आदि करके माहौल खराब न होने दें। गणेशोत्सव के दौरान कुछ लोग आईडेंटीफाई हुए हैं, दोबारा ऐसा करते दिखे तो सीधे जेल की कार्रवाई की जाएगी। कुछ लोगों ने पंडाल लगा लिये हैं, लेकिन हमारे यहां से अभी तक अनुमति नहीं ली है, दो दिन में अनुमति ले लें, ताकि बाद में हम सख्ती करें तो विवाद की स्थिति निर्मित न हो।

गरबा आयोजकों के लिए निर्देश

एसडीएम ने कहा कि गरबा आयोजकों को अपने यहां आने वाली महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेनी होगी। आयोजन के एंट्री और एक्जिट पाइंट पर सीसीटीवी कैमरे लगे हों, और पूरे कैंपस और प्रवेश तथा निकास पर पर्याप्त लाइट का इंतजाम रहे। आने वालों का चेहरा स्पष्ट दिखना चाहिए। हमारे पास आपके आयोजन का पास भी जमा करा दें। हमारे अधिकारी-कर्मचारी सादे कपड़ों में भी आयोजन स्थल पर रहेंगे। लाउड स्पीकर का साइंड 90 डेसीबल से अधिक न हो, इससे अधिक साउंड हमारे सुनने की क्षमता को प्रभावित करता है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों को।

नपाध्यक्ष और एसडीओपी ने कहा

नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पंकज चौरे ने बताया कि उत्सव पंडाल के पास सफाई का इंतजाम किया जाएगा, स्ट्रीट लाइट हर खंभों पर चालू रहेगी। विसर्जन कुंड मेहरागांव नदी किनारे ही बनाया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि विसर्जन कुंड में नलकूप का पानी भरा जाता है, समीप की नदी का पानी नहीं। उस कुंड में दो टेंकर नर्मदा जल भी डाला जाता है। यह सोच निकाल दें कि कुंड का पानी गंदा होगा। हम साफ पानी ही कुंड में नलकूप के माध्यम से भरते हैं। एसडीओपी महेन्द्र सिंह चौहान ने कहा कि रोड न घेरें, ताकि बाद में परेशानी न हो। विसर्जन के समय नशा न करें, डीजे का वाल्यूम कम रखें, अन्यथा बाद में हम डीजे जब्त कर लेंगे।

प्रशासन को सहयोग करें

राष्ट्रीय नर्मदापुरम पत्रकार संघ के अध्यक्ष प्रमोद पगारे ने कहा कि उत्सव समितियां प्रशासन को व्यवस्था बनाने में सहयोग करें। पुलिस और प्रशासन उत्सव को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए योजना बना चुका है, जनता का सहयोग जरूरी है। उत्सव समितियां भी सही समय पर मूर्तियों का विसर्जन करें। दशहरा, एकादशी और द्वादशी तक प्रतिमाओं का विसर्जन आवश्यक रूप से हो जाए ताकि प्रशासन लगातार दस दिन की व्यवस्था के बाद दूसरे काम भी कर सके। विसर्जन यहीं कृत्रिम कुंड में करें, क्योंकि नर्मदा जी में भी विसर्जन नहीं होता है, वहां भी कृत्रिम कुंड में ही करना होता है, तो यही करें, यहां नर्मदा जल भरा होता है।

Rohit Nage

Rohit Nage has 30 years' experience in the field of journalism. He has vast experience of writing articles, news story, sports news, political news.

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