आदिवासी महिला की भूमि से कब्जा हटाकर हक दिलाया

Post by: Rohit Nage

इटारसी। अपने लिए एक अदद आशियाने को दो वर्ष से तरस रही महिला को आखिर न्याय मिल ही गया। आदिवासी ब्लॉक केसला (Tribal Block Kesla) में अपनी ही जमीन पर हुए अतिक्रमण को हटवाने महिला को दो साल चप्पलें घिसनी पड़ी। आखिरकार एसडीएम टी प्रतीक राव (SDM T Prateek Rao) ने गुरुवार को स्वयं पहुंचकर महिला की भूमि पर किया कब्जा हटवाया।

जेसीबी लेकर तहसीलदार और नायब तहसीलदार के साथ पहुंचे एसडीएम ने महिला की जमीन पर बने दो मकान तुड़वाकर महिला को कब्जा दिलाया है। गुरुवार को एसडीएम टी प्रतीक राव, तहसीलदार सुनीता साहनी (Sunita Sahni), नायब तहसीलदार एसएस रघुवंशी (SS Raghuvanshi) अतिक्रमण तोडऩे पहुंचे और जमीन से अतिक्रमण को हटाया। महिला की जमीन पर बने दोनों मकान गिरा दिए।

यह है मामला

आदिवासी विकासखंड केसला के ग्राम चौकीपुरा (Village Chowkipura) में रहने वाली बिंदो बाई (Bindo Bai) पति स्व. बंशीलाल गौड़ (Banshilal Gaur) की कृषि भूमि पर 7-8 साल पहले रामजी सिरोरिया (Ramji Siroria) ने 270 वर्गफुट और सागर (Sagar) पति उमेश कहार (Umesh Kahar) ने 900 वर्ग फुट में मकान बना लिया था। बंशीलाल गौड़ का कहना था कि महिला के पति ने उनको भूमि बेच दी है हालांकि दोनों के पास भूमि खरीदी संबंधी कोई दस्तावेज नहीं हैं। महिला ने अतिक्रमण हटाने प्रशासन से मांग की। रामजी सिरोरिया कहार व सागरबाई कहार ने एसडीएम कोर्ट में याचिका लगाई। एसडीएम ने जांच पड़ताल, साक्ष्यों को देखते हुए 15 दिसंबर 2022 को महिला बिंदो बाई के पक्ष में फैसला सुनाते हुए सागर कहार व रामजी सिरोरिया के अतिक्रमण कर बनाए मकान को हटाने के आदेश दिए।

आदेश को कलेक्टर कोर्ट में भी चुनौती दी गई। लेकिन, कलेक्टर ने भी महिला बिंदो बाई के पक्ष में इटारसी एसडीएम ने आदेश को स्थिर रखा और अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए। लेकिन, स्थानीय अधिकारी नोटिस देकर व चुनाव का कहकर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को टालते रहे। आज अधिकारियों ने अतिक्रमण हटा दिया है।

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