रीतेश राठौर, केसला। रेत और शराब ठेकेदारों के गुर्गों की गुंडागर्दी के खिलाफ केसला ब्लाक के सरपंच लामबंद हो रहे हैं। हमारा गांव संगठन और कोर कमेटी सरपंच संघ के बैनर तले दर्जनों ग्रामीण जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने आज केसला ब्लाक मुख्यालय पर रैली निकालकर प्रदर्शन किया और प्रशासन तथा रेत तथा शराब ठेकेदार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
आज 29 अप्रैल की दोपहर रांझी, साधपुरा समेत अनेक गांवों के सरपंच और जनप्रतिनिधि नारेबाजी करते हुए पहुंचे। वे समक्ष किसी सक्षम अधिकारी से बात करने की जिद पर अड़े हुए हैं। इस दौरान आंदोलकारियों का कहना है कि आज मंगलवार है और ब्लॉक मुख्यालय पर तहसीलदार को होना चाहिए था, वे क्यों नहीं हैं। इसे लेकर ग्रामीणों में नाराजी है। उनको खबर की गई कि तहसीलदार आने वाले हैं, ग्रामीणों ने कहा कि वे इंतजार करेंगे। समक्ष अधिकारी से बात करके ही अपने गांवों को लौटेंगे। आंदोलनकारियों ने नायब तहसीलदार शक्तिसिंह तोमर के पहुंचने पर उनको अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपकर 7 दिन में निराकरण करने को कहा। ग्रामीणों ने शराबबंदी और एकलव्य स्कूल मार्ग से शराब दुकान हटाने की भी मांग की है।

बच्चों के भविष्य की चिंता
आंदोलन के दौरान सरपंच चारटेकरा दुर्गेश धुर्वे ने कहा कि हमारा भविष्य तो गर्त में ही है, हम अपने बच्चों का भविष्य गर्त में नहीं जाने देंगे। आज आए हैं, अपनी पीड़ा आला अधिकारियों को सुनाकर ही वापस लौटेंगे। इस दौरान कुछ ग्रामीणों ने वापसी की इच्छा जतायी तो उन्होंने कहा कि जिसे जाना है जाए, वे अधिकारियों से बातचीत किये बिना अपने गांव वापस नहीं लौटेंगे।
तानाशाही नहीं चलेगी, होश में आओ
ग्रामीणों ने रैली के दौरान जिला प्रशासन होश में आओ, ठेकेदार तेरी तानाशाही नहीं चलेगी, ठेकेदार तेरी गुंडागर्दी नहीं चलेगी, सरपंचों को डराना बंद करो, जनप्रतिनिधियों का अपमान बंद करो जैसे नारे के साथ ही पेसा एक्ट के समर्थन में भी जमकर नारेबाजी की। आंदोलनकारियों का आरोप है कि रेत और शराब के ठेकेदारों के आदमी गांवों में गुंडागर्दी करते हैं, काम करना मुश्किल हो रहा है।
अब कहां जाएं हम
आंदोलनकारी ग्रामीणों का कहना है कि अपनी मांगों को लेकर वे जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को ज्ञापन दे चुके हैं, पुलिस थाना में भी ज्ञापन के जरिए अपनी परेशानी बता चुके हैं, कहीं से भी उनकी समस्या का समाधान नहीं निकल रहा है। 70 किमी से आए हैं, अब फिर क्या कलेक्टर के पास नर्मदापुरम तक जाएं? अधिकारियों को यहीं आकर हमारी बात सुननी चाहिए।
ये हैं सरपंच संघ की मांगें
- पीएम आवास, पंचायत द्वारा कराये जा रहे निर्माण कार्यों के लिए ठेकेदार की अवैध वसूली बंद की जाए।
- यह पांचवी अनुसूची क्षेत्र है, पेसा कानून लागू है, उसकी नियमावली से संबंधित ठेकेदार को अवगत कराया जाए।
- रेत ठेकुदार को आवंटित खदान की सीमा का निर्धारण हो, ठेकेदार के कर्मचारी/फ्लाइंग स्क्वायड के कार्यक्षेत्र से ग्रामसभा और पंचायत को अवगत करायें।
- प्रशासन समस्त जनप्रतिनिधि को अवगत कराये कि यदि पंचायत निर्माण कार्य कराती है तो रेत कहां से ली जाए।
- रेत कंपनी सिल्वर मिस्ट रिटेल प्रायवेट लिमिटेड द्वारा जन प्रतिनिधियों पर लगाये झूठे आरोप से छवि धूमिल हुई है, कंपनी माफी मांगे, अन्यथा मानहानि का केस दायर किया जाएगा।
- केसला ब्लॉक में अवैध शराब की बिक्री बंद हो, तथा एकलव्य स्कूल मार्ग में स्थित शराब की दुकान स्थानांतरित हो।