सोहागपुर। भारत रत्न भारत कोकिला लता मंगेशकर की कमी को पूरा नहीं किया जा सकता है। उनके गाए गीत सदैव हमारे बीच गुंजायमान रहेंगे। बुधवार को उक्त विचार स्वर्गीय लता मंगेशकर के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में मौजूद साहित्य परिषद अध्यक्ष राजेंद्र सहारिया, तहसीलदार पुष्पेंद्र निगम, जीवन दुबे एवं प्रकाश मुद्गल ने श्रद्धांजलि सभा के दौरान व्यक्त किए। स्व. लता जी को उनके गीत ए मेरे वतन के लोगों, नाम गुम जाएग प्यार किया तो डरना क्या, दिल तो है दिल आदि से याद किया जा सकेगा। रविवार को साहित्य परिषद के बैनर तले स्थानीय काली मंदिर परिसर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिसमें 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस कार्यक्रम में कार्यपालन अभियंता आनंद दुबे ,कवि राजेश शुक्ला, शिक्षक महेश रघुवंशी, शिशु मंदिर प्रधानाचार्य विनोद दीक्षित, सुरजीत सिंह ज्ञानी ,प्रबुद्ध दुबे, शैलेंद्र शर्मा जीवन दुबे, श्वेतल दुबे, भरत व्यास शरद चौरसिया संदीप साहू, दीपक साहू, अपूर्व शुक्ला आदि मौजूद रहे।