इटारसी। मध्य प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण समिति के निर्देशन में आज भगवान बिरसा मुंडा शासकीय महाविद्यालय, सुखतवा में विश्व एड्स दिवस के अवसर पर एक महत्वपूर्ण परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. नीता राजपूत के मार्गदर्शन एवं संरक्षण में राष्ट्रीय सेवा योजना, रेड रिबन क्लब, रेडक्रॉस सोसाइटी और विवेकानंद कैरियर मार्गदर्शन के संयुक्त तत्वावधान में यह कार्यक्रम संपन्न हुआ।
विशेषज्ञों ने दिए सावधानी के मंत्र
परिचर्चा कार्यक्रम का शुभारंभ रेड रिबन क्लब प्रभारी डॉ. राधा आशीष पांडे के संक्षिप्त वक्तव्य और दिवस के उद्देश्यों से अवगत कराने के साथ हुआ। डॉ. आजाद सिंह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ने बताया कि एड्स एक लाइलाज बीमारी है, लेकिन यदि हम हमेशा सावधानी रखें तो इस बीमारी से कभी भी ग्रसित नहीं होंगे। डॉ. अर्शिया सिद्दीकी अपने उद्बोधन में उन्होंने एड्स जागरूकता के मूल मंत्र को रेखांकित किया, डरना नहीं समझना होगा, तभी एड्स से बचना होगा। डॉ. सिद्दीकी ने एचआईवी के फैलने के तरीकों पर विस्तार से बताया। उन्होंने विशेष रूप से संक्रमित व्यक्ति के खून, असुरक्षित यौन संबंध, एक ही सूई का बार-बार प्रयोग और गर्भवती माता से होने वाली संतानों को भी यह बीमारी होने की निश्चितता पर ध्यान केंद्रित करते हुए बचने के उपाय सुझाए।
एचआईवी/एड्स अधिनियम 2017 पर चर्चा
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. नीता राजपूत ने अपने उद्बोधन में एचआईवी/ एड्स जागरूकता की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि जागरूकता से ही समझदारी संभव है। उन्होंने सभी लोगों से मिलकर एड्स के विरुद्ध इस लड़ाई को लडऩे का आह्वान किया। एनएसएस अधिकारी डॉ. राधा आशीष पांडे ने विश्व में एचआईवी/एड्स संक्रमित व्यक्तियों की संख्या पर आंकड़े प्रस्तुत करते हुए बताया कि जागरूकता कार्यक्रमों के कारण इसके प्रसार दर में कमी आई है। उन्होंने एचआईवी/एड्स अधिनियम 2017 की भी चर्चा की, जिसके तहत एड्स रोगियों के मौलिक अधिकारों की बात कही गई है और उनके प्रति किसी भी प्रकार के भेदभाव को निषेध कर दिया गया है।
कार्यक्रम में डॉ. विवेक वर्मा ने एचआईवी के फैलने वाले कारणों और बचाव की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया। इस परिचर्चा कार्यक्रम में स्वास्थ विभाग के बीई धुर्वे, लेब तकनीशियन मुकेश व्यास, डॉ. सतीश ठाकरे, डॉ. महेंद्र चौधरी, आयुष सादराम, श्रीमती संध्या उपाध्याय आदि ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किए। संचालन रेड रिबन क्लब प्रभारी डॉ. राधा आशीष पांडे ने तथा आभार डॉ. महेंद्र चौधरी ने व्यक्त किया। परिचर्चा में स्वयंसेवक विद्यार्थियों के साथ कार्यालयीन स्टाफ भी उपस्थित रहा।








