इटारसी। रेस्ट हाउस परिसर में लगे विज्ञान उत्सव में बच्चों आनंद के साथ समझा विज्ञान। विज्ञान के क्षेत्र में कार्यरत राजेश पाराशर द्वारा लगायी विज्ञान प्रदर्शन का उद्घाटन विधायक डॉ सीतासरन शर्मा ने किया।आयोजन में विधायक प्रतिनिधि कल्पेश अग्रवाल, भाजयुमो के नगर अध्यक्ष राहुल चौरे सहित शहर के गणमान्यजन भी उपस्थित थे।

रेस्ट हाउस में टाइगर, हिरण और मोगली को एक साथ देखकर रास्ते में जाते आम लागों के साथ बच्चे रूकने को मजबूर हो गये। यहां कल्पना चावला, सुनीता विलियम्स और पीएसएलवी के मॉडल के साथ हार्टीकल्चर, मधुमक्खीपालन और वर्मीकम्पोस्ंिटंग की जानकारी देने रिसोर्स पर्सन अपने स्टॉल के साथ तैयार थे। आदिवासी विकासखंड केसला के बच्चे जीरो कॉस्ट सामग्री के साथ एक बड़ी प्रयोगशाला को साथ लेकर आये थे। यह सब कुछ हुआ राजेश पाराशर द्वारा तैयार की गई विज्ञान प्रदर्शनी में जिसे उन्होंने इटारसी विज्ञान उत्सव के अंतर्गत रेस्ट हाउस में प्रदर्शित किया। मुख्य अतिथि डॉ सीतासरन शर्मा ने प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुये कहा कि आज विज्ञान ने हमारे अनेक मिथक को समाप्त कर विकास की दिशा में पहल की है। प्रयोगों को करके विज्ञान को बेहतर तरीके से समझा जा सकता है। इटारसी में राजेश पाराशर ने बच्चों में विज्ञान लोकप्रियकरण की विशेष पहल की है।
विज्ञान प्रदर्शन के आयोजक राजेश पाराशर ने बताया कि प्रदर्शनी का उद्देश्य बच्चों और आम लोगों में विज्ञान, पर्यावरण और खगोल विज्ञान की समझ को बढ़ाना और अंधविश्वास को दूर करना है। स्त्रोत विद्वान केएस तोमर ने हार्टीकल्चर, अनिल सिंह ने मधुमक्खीपालन, भारतभूषण गांधी ने वर्मीकम्पोस्टिंग के वैज्ञानिक तथ्यों को बताया। भोपाल से आयी विज्ञान आशी चौहान ने वंदना प्रस्तुत की। एमएस नरवरिया ने प्रदर्शनी का संयोजन किया। मुस्कान, सुरेश पटैल, हरीश चौधरी, कैलाश पटैल, राजेंद्र माझी, नीरज ने भी बच्चों का मार्गदर्शन किया। दिनेश सिंह ने भी बेटिओं के महत्व पर अपनी बात रखी। आदिवासी विकासखंड केसला के सिद्धार्थ, आशुतोष, पीयूष ने गुरूत्वाकर्षण, जड़त्व, भारहीनता, घर्षण, दाब, चुम्बकत्व, प्रकाश पर आधारित अनेक लो कास्ट प्रयोग प्रदर्शित किये। लोक कलाकार सुरेश पटेल ने मिमिक्री के माध्यम से वन्यप्राणियों की महत्ता बताई।