इटारसी। भोपाल में शुक्रवार को आयोजित रेल उपयोग कर्ता सलाहकार समिति की बैठक में समिति सदस्य राजा तिवारी ने इटारसी, होशंगाबाद एवम बानापुरा स्टेशन की कमियों एवं यात्री सुविधा विस्तार से जुड़े मुद्दों पर डीआरएम शोभन चौधुरी एवं मंडल के वरिष्ठ अधिकारियों से इनके जल्द निराकरण की मांग उठाई। श्री तिवारी ने बताया कि सांसद राव उदय प्रताप सिंह के मार्गदर्शन में इन समस्याओं के निराकरण का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने रेलवे अधिकारियों के समक्ष निम्न समस्याओं की और ध्यानाकर्षण कराया।
इटारसी स्टेशन की समस्याएं
-रेलवे के मुख्य प्रवेश द्वार जीआरपी साइड एंट्री एवं पार्सल ऑफिस साइड एंट्री के दोनों गेट बेहद संकरे हो गए हैं, इस वजह से जाम लगता है। पार्सल साइड से रेलवे ने एंट्री ही बंद कर दी है, इस वजह से यात्रियों को तकलीफ होती है।
-रेलवे बाउंड्रीवाल एवं कैंपस एरिया में सौंदर्यीकरण की जरूरत है।
-ट्रेनों से रोजाना दो-चार शव उतारे जाते हैं, लेकिन शव सुरक्षित रखने के लिए यहां एसी मर्चुरी रूम नहीं हैं।
-रेलवे कॉलोनी क्षेत्र की आंतरिक सड़कों की डामर उखड़ चुकी है, इससे रेलकर्मी एवं आम जनता को तकलीफ होती है।
-रेलवे स्टेशन की सफाई व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है।
-प्लेटफार्म 6-7 के अधूरे शेड एवं एस्कलेटर में बार-बार बंद होने की समस्या पर कार्रवाई हो।
होशंगाबाद रेलवे स्टेशन
-नर्मदा नदी, पचमढ़ी एवं मढ़ई की वजह से टूरिस्ट स्टेशन पाइंट हैं। स्नान पर्व पर यहां प्रदेश भर से लाखों श्रद्धालुओं का आगमन होता है।
-स्टेशन पर वेटिंग हॉल के अलावा दोनों साइड कहीं भी सुलभ शौचालय नहीं है, इस वजह से श्रद्धालु परेशान होते हैं, साथ ही स्टेशन एरिया में गंदगी करते हैं। रेलवे को परिसर में एक सुलभ कॉम्पलेक्स का निर्माण कराना चाहिए।
-गर्मी में स्टेशन पर पेयजल संकट होता है, मौजूदा एक ट्यूबवेल का पानी उतर जाता है, विभाग ने यहां दो नए ट्यूबवेल मंजूर किए हैं।
-प्लेटफार्म एक पर रिजर्ववेशन काउंटर के अलावा जनरल टिकट काउंटर यूटीएस या टिकट वेडिंग मशीन उपलब्ध नहीं है, इस वजह से इस साइड के यात्रियों को प्लेटफार्म दो पर जाना पड़ता है, यहां एक जनरल काउंटर शुरू हो।
-बानापुरा में ताप्तीगंगा एवं कामायनी एक्सप्रेस का कामर्शियल हॉल्ट नहीं है। नियमित रेल यात्री महासंघ अध्यक्ष विनीत राठी ने भी इसका समर्थन किया है।
-स्टेशन के दोनों साइड प्लेटफार्म अधूरे बने हुए हैं। अप एवं डाऊन ट्रेक पर प्लेटफार्म ट्रेनों के कोच लेबल से ऊंचे बने हैं, इस वजह से यात्रियों को चढऩे उतरने में दिक्कत होती है।
-राजस्व आय देने के बावजूद यहां कोच डिस्प्ले एवं ट्रेन लोकेशन डिस्पले की सुविधा नहीं है।
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इटारसी स्टेशन पर बने मर्चुरी रूम, हो होशंगाबाद में सुलभ काम्प्लेक्स
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