ट्विट करने पर भी समस्या का नहीं हुआ समाधान
इटारसी। गर्मियां शुरु होने के साथ ही ट्रेनों के एसी फेल होने की घटनाएं भी शुरु हो गई हैं। आज 12520 कामाख्या-मुंबई एलटीटी एसी एक्सप्रेस के कोच बी-8 का एसी फेल होने से यात्रियों को कई घंटे कष्ट में यात्रा करनी पड़ी और उनकी पीड़ा को डीआरएम दानापुर, डीआरएम इलाहाबाद और रेल मंत्री पीयूष गोयल तक कम नहीं कर सके। इटारसी में उनको बर्थ बदलकर कुछ राहत देने का प्रयास स्थानीय प्रबंधन ने किया है।
इटारसी स्टेशन पर आकर उनका गुस्सा बढ़ गया। यात्रियों ने यहां जमकर हंगामा किया और ट्रेन को आगे नहीं बढऩे दिया तो स्थानीय अधिकारियों ने पहुंचकर स्थिति जानी और वैकल्पिक समाधान करके ट्रेन को आगे बढ़ाया। वैकल्पिक व्यवस्था से भी यात्री संतुष्ट हो गए।
एसी की तीन मोटर थी खराब
रेल जंक्शन पर जब ट्रेन पहुंची तो नाराज यात्रियों ने यहां हंगामा प्रारंभ कर दिया और ट्रेन को आगे नहीं बढऩे दिया। यात्री यहीं पर कोच का एसी सुधारने की मांग कर रहे थे। सूचना मिलने पर स्थानीय अधिकारियों, आरपीएफ स्टाफ और एसी मैकेनिकों के साथ स्टेशन प्रबंधक सुनील जैन पहुंचे और कोच के एसी की जांच करायी। मैकेनिकों ने बताया कि कोच के एसी की तीन मोटरें काम नहीं कर रहीं थी। इटारसी में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है कि मोटरें चेंज की जातीं। अत: वैकल्पिक व्यवस्था के तहत बच्चे, महिला और मरीजों को उन बर्थ पर शिफ्ट किया जहां एसी चल रहे थे। यात्रियों से रिक्वेस्ट करके किसी तरह से व्यवस्था बनायी और ट्रेन को आगे बढ़ाया। इस कवायद में ट्रेन करीब 15 मिनट लेट हो गयी।
इटारसी में मिला वैकल्पिक हल
रेलवे के स्थानीय अधिकारियों के अनुसार यात्रियों से सूचना मिली थी कि ट्रेन के एसी में बरौनी से ही कुछ खराबी थी। यहां आकर जब यात्रियों ने इस खराबी के विषय में बताया तो स्टाफ ने कोच अटेंड किया। पता चला कि तीन मोटरें काम नहीं कर रही हैं। यहां मोटर बदलने के साधन ही नहीं थे, मरीजों, बच्चों, महिलाओं और बुजुर्ग यात्रियों को अन्य बर्थ पर शिफ्ट करना पड़ा। यही वैकल्पिक व्यवस्था अन्य बड़ी स्टेशनों पर भी की जा सकती थी, लेकिन हर स्टेशन इंचार्ज ने टालने की प्रवृत्ति अपनायी और दो दो मंडी के डीआरएम को ट्विट करने पर भी यात्रियों की पीड़ा का कोई समाधान नहीं किया। रेलमंत्री को सूचना पर भी सुनवाई न होना, व्यवस्था पर सवाल उठाता है। अभी तो गर्मी की शुरुआत है, आगे क्या होगा?
यात्री बोले…!
हमने कटिहार से यात्रा शुरु की है, तभी से कोच का एसी बंद है। हमारे साथ छोटे बच्चे, बुजुर्ग, कैंसर पीडि़त यात्री हैं। ट्रेन में टीटीई को शिकायत की, डीआरएम दानापुर, डीआरएम इलाहाबाद और रेल मंत्री तक को ट्विट किया। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
राजीव रंजन, यात्री बिहार
वैकल्पिक व्यवस्था की
कामाख्या के एक कोच का एसी काम नहीं कर रहा था। बरौनी से ही कुछ समस्या थी। स्टाफ ने जाकर अटैंड किया तो पता चला कि एसी की तीन मोटर काम नहीं कर रही हैं। कुछ यात्रियों को दूसरी बर्थ पर शिफ्ट किया, यात्री संतुष्ट हुए तो ट्रेन को आगे बढ़ा दिया है।
एसके जैन, स्टेशन अधीक्षक इटारसी