इटारसी। मप्र कांग्रेस कमेटी पिछड़ा वर्ग विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष मोहन झलिया ने कोतवाली पुलिस होशंगाबाद द्वारा कांग्रेसियों पर की गई कार्रवाई की निंदा करते हुए एफआईआर को निरस्त करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा दर्ज यह एफआईआर पूरी तरह से गैरकानूनी और असंवैधानिक है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पुतला जलाने के मामले में कांग्रेस के रोहन जैन, भूपेश थापक और राकेश रघुवंशी पर एफआईआर दर्ज की गई है। श्री झलिया ने कहा कि पुलिस द्वारा दर्ज यह एफआईआर पुलिस की सामान्य बुद्धि पर प्रश्न खड़ा करती है, क्योंकि एफआईआर में घटनास्थल तक का जिक्र नहीं है। पुलिस ने धारा 144 तोडऩे का भी आरोप लगाया है। परन्तु अपनी एफआईआर में उस सार्वजनिक स्थल का जिक्र नहीं किया है जहां ये लोग एकत्र थे। उन्होंने कहा कि कोरोना से जंग लडऩे के नाम पर भाजपा सरकार की शह पर प्रशासन और पुलिस ने अघोषित आपातकाल लगा रखा है। वहीं भाजपा के नेता झूठी और बेबुनियाद शिकायतें कर अपनी निजी दुश्मनी निकाल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं संभागीय प्रवक्ता अशोक जैन के खिलाफ भी इटारसी में ऐसी ही कार्यवाही की गई थी। उन्होंने कहा कि हम इस तरह की कार्रवाई की घोर निंदा करते हैं और पुलिस प्रशासन से अनुरोध करते हैं कि झूठी एफआईआर तत्काल रद्द करने की कार्यवाही की जाए अन्यथा कांग्रेस इस अन्य का विरोध सभी मंचों पर करेगी।
Click to rate this post!
[Total: 0 Average: 0]
कांग्रेसियों पर दर्ज एफआईआर की निंदा

For Feedback - info[@]narmadanchal.com