इटारसी। वर्तमान में बाजार में आने वाली सब्जियां धीरे-धीरे हमारी सेहत को नुकसान पहुंचा रही है। जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण छोटे-छोटे बच्चों के बाल झडऩा, गैस की परेशानी जैसी कई बीमारी कम उम्र में होना देखा जा सकता है। आज के समय में खाने के लिए शुद्ध आहार मिलना भी प्रदूषण और अन्य ज्वलंत समस्याओं जैसी समस्या है। इसके निदान के लिए जीटीवी के सीईओ सुभाषचंद्र अपने फाउंडेशन के माध्यम से किचन गार्डन, जैविक खेती सहित सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने के लिए कार्यशाला का आयोजन कर रहे हैं। मंगलवार को स्थानीय नगर पालिका सभागार में फाउंडेशन के तत्वावधान में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया था।
कार्यशाला में उपस्थित स्वसहायता समूहों की महिलाओं एवं गृहणियों को मुख्य रुप से अपने घर में किचन गार्डन शुरु करने की जानकारी दी गई। कार्यशाला में उपस्थित कांग्रेस किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष विजय बाबू चौधरी ने महिलाओं को जैविक खेती और किचन गार्डन के फायदे बताते हुए कहा कि हमारे बुजुर्ग माता-पिता इस उम्र में भी हस्त-पुष्ट हैं लेकिन आजकल के बच्चे को भी कई बीमारियां होने लगी हैं जिसका कारण हमारा भोजन है। हम जो सब्जियां खा रहे हैं, वे रासायनिक उर्वरकों से पैदा की हुई है। इसी कारण हमें अपने-अपने घरों में छोटे स्तर पर ही किचन गार्डन प्रारंभ करना चाहिए। जिसके लिए खेत अथवा किसी फलदार वृक्ष के आसपास की मिट्टी और अच्छे किस्म के बीज उपयोग मे लाना चाहिए। वहीं घर में बचने वाले जैविक कचरे जैसे फल फूल के पत्ते और छिलके एवं बचे हुए खाद्य पदार्थों से बनी खाद उसमें डालकर सब्जियां उगाना चाहिए।
प्रारंभिक स्तर पर अगर महीने में चार बार भी हमें घर में उगाई सब्जियां मिलने लगें तो आगे चलकर यह बड़े स्तर पर होने लगेगा। कार्यशाला में उपस्थित अजय राजपूत ने जल संरक्षण और जैविक खेती के संबंध में जानकारियां दी एवं स्टेट बैंक के अधिकारियों ने महिलाओं के लिए विभिन्न बीमा योजनाओं से अवगत कराया। डॉ रवींद्र गुप्ता ने कहा कि आज के समय में सबसे बड़ा पाप प्रकृति को नुकसान पहुंचाना है। इसलिए हमें जैविक कचरे और अजैविक कचरे का सही से निपटारा करना चाहिए। कार्यशाला में भोपाल से आए फांउडेशन के सदस्य प्रवीण भटनागर ने बताया कि उनका कार्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को किचन गार्डन और शासन की योजनाओं से जोडऩा है। जो भी महिलाएं इसके लिए तैयार हैं उनके लिए हम विशेषज्ञों को बुलाकर मदद करेंगे। कार्यशाला में सामाजिक कार्यकर्ता मनीष सिंह ठाकुर, सिटी मिशन मैनेजर दिव्या मिश्रा उपस्थित रही।