इटारसी। पहाड़ों पर हुई बारिश और बरगी बांध से पानी छोडऩे के कारण तवा बांध को भी थोड़ा खाली किया जा रहा है। सुबह करीब 9 बजे जब तवा का जलस्तर 1165.90 था, बांध के पांच गेट छह-छह फुट तक खोलकर 52, 510 क्यूसेक पानी छोडऩा शुरु कर दिया था। रविवार को सारा दिन तवा के जलस्तर को मेंटेने करने गेट बढ़ाए जाते रहे। शाम 7 बजे तवा का जलस्तर 1165.70 फुट था। आज भी रविवार होने से अनेक लोग बांध स्थल पर पहुंचे थे।
तवा में 1666 फुट के भीतर जलस्तर बनाये रखने के लिए बांध प्रबंधन लगातार कवायद कर रहा है। बारिश से जलस्तर बढ़ रहा है और यदि आगामी दिनों में भी बारिश नहीं थमी तो बरगी और तवा का पानी मिलकर होशंगाबाद में तबाही मचा सकते हैं। ऐसे में बरगी का पानी आने के पूर्व तवा से पानी छोड़ा जा रहा है। जब बरगी का पानी पहुंचेगा, यहां पानी छोडऩा कम कर दिया जाएगा। सुबह 9 बजे गेट खोले थे। दोपहर 12 बजे जलस्तर 1165.80 हुआ जो शाम 6 बजे तक रहा। जलस्तर को और कम करने के लिए शाम को गेटों की संख्या 9 और ऊंचाई सात फुट कर दी जिनसे 1 लाख 9 हजार, 728 क्यूसेक पानी छोड़ा जाने लगा। शाम 7 बजे जलस्तर 1165.70 था तो 11 गेट सात-सात फुट करके 1 लाख 38 हजार 11 क्यूसेक पानी छोड़ा जाने लगा। इस तरह अब तक इस सीजन में करीब सात बार गेट खोले जा चुके हैं और ऐसे 64 बार आपरेशन हुए हैं।
इसलिए कर रहे खाली
तवा बांध का निर्धारित जलस्तर या अलार्म स्तर 1166 फुट है। इससे अधिक इसमें जलभराव नहीं किया जा सकता। वर्तमान में वाटर लेबल 1165.70 है और पहाड़ों पर बारिश होने से तवा में लगातार पानी आ रहा है। उधर सारणी के सतपुड़ा डेम से छोड़ा जाने वाला पानी भी इसमें आ रहा है। जबलपुर में बरगी के सभी 21 गेट खोलकर नर्मदा में पानी छोड़ा जा रहा है। जबलपुर से करीब 36 घंटे में पानी होशंगाबाद पहुंचेगा तो नर्मदा का जलस्तर भी बढ़ेगा। जब पानी होशंगाबाद पहुंचेगा और इसी दौरान यदि तवा क्षेत्र में भारी बारिश हो जाती है, जैसा मौसम विभाग का अनुमान है तो यहां से भी पानी छोडऩा पड़ सकता है। ऐसे में दो बांधों का पानी होशंगाबाद में बाढ़ की स्थिति निर्मित कर सकता है। बाढ़ की स्थिति अधिक न बने, इसलिए अभी तवा में जलस्तर को इतना रखा जा रहा है कि यदि बारिश हो भी तो बांध से अधिक पानी न छोडऩा पड़े। अभी तवा का पानी नर्मदा से होकर निकल जाएगा फिर बरगी का पानी आएगा तो स्थिति नहीं बिगड़ेगी। यदि दोनों बांध का पानी एकसाथ पहुंचेगा तो स्थिति बिगड़ सकती है। अत: फ्लड कंट्रोल के लिए अभी तवा से पानी छोड़ा जा रहा है।
इनका कहना है…!
फ्लड कंट्रोल करने के उद्देश्य से अभी तवा के गेट खोले गये हैं। जबलपुर में बरगी के गेट भी खुले हैं। दोनों बांध का पानी एकसाथ नर्मदा में होशंगाबाद न पहुंचे, यह प्रयास है। जब तक बरगी का पानी आएगा, हम यहां से पानी कम कर देंगे, ताकि स्थिति न बिगड़े।
एनके सूर्यवंशी, एसडीओ तवा