हजारों की संख्या में नगरवासी बने रावण दहन के साक्षी
इटारसी। भगवान राम का तीर लगते ही बुराई के प्रतीक दशानन का अंत हो गया। गांधी मैदान और सूखा सरोवर मैदान पर रावण और कुंभकर्ण के पुतले दहन के साथ ही रंगीन आतिशबाजी और पटाखों की आवाज से पूरा परिसर गुंजायमान हो उठा और आकाश में श्रीराम के जयकारे गूंज उठे। निर्धारित समय से करीब दो घंटे की देरी से रावण दहन हुआ।
मंगलवार को नगर में दशहरा पर्व धूमधाम से मनाया। मुख्य शहर और पुराने शहर में दो अलग-अलग दशहरा पर्व के कार्यक्रम हुए। गांधी मैदान और सूखा सरोवर मैदान में चल रहे रामलीला महोत्सव में बुराई के प्रतीक रावण और कुंभकर्ण के पुतलों का दहन किया। कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों ने भी शिरकत की। पुलिस ने रामलीला मैदान में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त कर रखे थे। भारी संख्या में मैदान में पुलिस की टीम थी। एसपी और एडिशनल एसपी ने शाम को जायजा लिया।
मंगलवार को विजयादशमी पर्व पर गांधी मैदान और सूखा सरोवर मैदान में जन सैलाब उमड़ पड़ा। रावण के पुतला दहन को देखने के लिए बड़ी संख्या में दर्शक पहुंचे। इस दौरान शाम को रामलीला के मंच पर राम-रावण युद्ध की लीला का मंचन किया गया।
शक्ति प्राप्त कर किया वध
रामलीला महोत्सव के अंतिम दिन कुंभकर्ण वध, मेघनाद वध के बाद भगवान श्रीराम, लक्ष्मण और हनुमान ने माता भगवती की पूजा-अर्चना करके उनसे शक्ति प्राप्त की। यहां पंरपरा के अनुसार गुरुद्वारा भवन में विराजीं माता महाकाली और दुर्गा चौक मंदिर में विराजीं माता भगवती की प्रतिमाएं आती हैं और श्रीराम-लक्ष्मण और हनुमान उनकी पूजा करके शक्ति प्राप्त करते हैं। भगवान राम, लक्ष्मण और हनुमान ने सबसे पहले मैदान में माता महाकाली और देवी दुर्गा की पूजा-अर्चना कर माता से शक्ति प्राप्त की। इसके बाद हाथ में धनुष लेकर बुराई के प्रतीक का संहार करने पहुंचे। भगवान राम ने जैसे ही अहंकार के प्रतीक रावण पर तीर छोड़ा, तो रावण का अंत हो गया। इसके बाद अग्निवाण से रावण के पुतले में आग लगायी तो पुतला धू-धूकर जल उठा। आसमान में आतिशबाजी के साथ-साथ भगवान श्रीराम के जयकारे गूंज उठे। इस दौरान आतिशबाजी के रंगीन नजारे देखने को मिले।
नगर पालिका परिषद के तत्वावधान में चल रहे श्रीराम लीला एवं दशहरा महोत्सव का आज यहां गांधी मैदान में मुख्य समारोह में समापन हो गया। मुख्य अतिथि विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा ने नगरवासियों को दशहरा महोत्सव की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हर वर्ष रावण इसलिए जलाते हैं, क्योंकि अन्याय से संघर्ष निरंतर करना पड़ता है। इसलिए एक बार नहीं रावण को रोज जलाना पड़ता है। हम प्रतीक के रूप में आज जला रहे हैं। मां दुर्गा, काली और प्रभु श्रीराम के चरणों में प्रणाम करते हुए कहा कि आप सबकी कृपा हम सब पर बनी रहे। विशेष अतिथि जसपाल सिंघ भाटिया ने कहा कि हम पवित्र गुरुग्रंथ साहब को हम मानते हैं, उसमें भी श्रीराम के अनेकों बार गुणगान किया गया है। पहले स्कूलों में रामायण पढ़ाई जाती थी। हमें प्रभु श्रीराम के आचरण से प्रेरणा लेकर उसे जीवन में उतारना चाहिए। नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष श्रीमती सुधा अग्रवाल ने कहा कि सभी के अमूल्य सहयोग से राष्ट्रीय, धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन करते आ रहे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में वृद्धि हो, विकास की ओर शहर अग्रसर हो, यही लक्ष्य हमारी नगर पालिका परिषद का रहा है। उन्होंने जनता को बताया कि 2 नवंबर से इसी मैदान पर भारत सरकार के संगीत एवं नाटक अकादमी के द्वारा नगर पालिका के सहयोग से देशज कार्यक्रम का आयोजन होगा। इसमें सभी नागरिकों को उन्होंने आमंत्रित किया है। जिला पत्रकार संघ के अध्यक्ष प्रमोद पगारे ने बताया कि पूर्व अध्यक्ष श्रीमती नीलम गांधी के कार्यकाल से नगर पालिका ने यह आयोजन अपने हाथ में ले लिया है। दशहरे का यह अवसर हमें अपने मन की बात आपसे करने का मिलता है। उन्होंने सभी को दशहरा पर्व की बधाई देते हुए आशा जतायी कि अयोध्या में जल्द ही प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बनेगा।
इस अवसर पर गुरुद्वारा की काली समिति और दुर्गा चौक की समिति के सदस्यों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।
इसके अलावा आयोजन में सहयोग देने वालों का भी सम्मान स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान किया। वृंदावन से आए श्री बाल कृष्ण लीला संस्थान के द्वारा विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा का शॉल एवं श्रीराधा-कृष्ण का चित्र भेंट करके किया। विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सुधा अग्रवाल, उपाध्यक्ष अरुण चौधरी, जसपालसिंघ भाटिया, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती नीलम गांधी, पूर्व मंडी अध्यक्ष विक्रम तोमर, नगर भाजपा अध्यक्ष नीरज जैन, विधायक प्रतिनिधि कल्पेश अग्रवाल, जसबीर सिंघ छाबड़ा, मनोज गुड्डू गुप्ता, संजीव दीपू अग्रवाल, श्रीमती प्रियंका बसंत चौहान, राकेश जाधव सहित अनेक अतिथियों ने प्रभु श्रीराम का राज्याभिषेक किया। कार्यक्रम का संचालन गोविन्द श्रीवास्तव ने और आभार प्रदर्शन मुख्य नगर पालिका अधिकारी हरिओम वर्मा ने किया।