इटारसी। उत्तरप्रदेश का रहने वाला और नागपुर में फुल्की बेचकर गुजारा करने वाला एक युवक आज सारा दिन अपनी पत्नी के इंतजार में प्लेटफार्म की खाक छानता रहा। उसकी पत्नी बच्चे को शौच कराने किसी ट्रेन में गई और ट्रेन चल दी तो वह उतर नहीं सकी। दिनभर वह अपनी पत्नी के वापस आने का इंतजार करता रहा, उनको नागपुर जाना था।
आज सुबह करीब 10 बजे फतेहपुर उप्र का अशोक तिवारी 48 वर्ष अपनी पत्नी और बच्चे के साथ इलाहाबाद से साकेत एक्सप्रेस से इटारसी तक आया था। उनको नागपुर जाना था, जहां वह फुल्की बेचने का धंधा करता है। ट्रेन चार नंबर प्लेटफार्म पर आयी। इस दौरान उसके बच्चे कृष्णा 3 वर्ष ने शौच जाने को कहा तो अशोक की पत्नी शोभावती 35 वर्ष बच्चे को लेकर प्लेटफार्म दो पर खड़ी किसी ट्रेन में ले गई। उसे नहीं पता था कि ट्रेन कितनी देर रुकेगी। वह ट्रेन में बच्चे को शौच करा रही थी कि ट्रेन चल दी और वह उतर ही नहीं सकी। इधर काफी देर तक पत्नी के आने का इंतजार करता रहा अशोक अपनी पत्नी शोभावती को प्लेटफार्म पर तलाशता रहा। जब उसकी पत्नी नहीं मिली तो उसने जीआरपी थाने जाकर शिकायत दर्ज करायी। अशोक को तो यह भी नहीं पता कि जिस ट्रेन में उसकी पत्नी थी, उसका नाम क्या है, और वह कहां गई है।
अशोक का कहना है कि उसकी पत्नी बच्चे को शौच कराने ले जाते वक्त उसका मोबाइल भी अशोक को ही दे गई थी। वह अधिक पढ़ी-लिखी भी नहीं है कि कहीं उतरकर फोन कर सके या किसी से नंबर पर फोन करा सके। हैरान परेशान अशोक शाम तक प्लेटफार्म पर उसी जगह बैठकर अपनी पत्नी का इंतजार करता रहा, जहां वे लोग साकेत एक्सप्रेस से उतरे थे। वह नागपुर में फुल्की बेचता है, और परिवार सहित नागपुर जाने के लिए ही इटारसी उतरा था।