इटारसी। आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले और नर्सरी स्कूलों की शक्ल दी जा रही है। वहां नौनिहालों के खेल, मनोरंजन के साथ सीखने-सिखाने के बेहतर इंतजाम किए जा रहे हैं, मगर इनको स्कूलों जैसा बनाने के बावजूद, स्कूलों जैसे नियम पालन नहीं किया जा रहा है। सभी स्कूलों में गर्मी को देखते हुए समय बदल दिया है, लेकिन आंगनबाडियों का समय अब भी वही है, सुबह 9 से शाम 4 बजे तक। यहां तक कि इनको कुछ दिन का ग्रीष्मकालीन अवकाश भी नहीं मिलता।
उल्लेखनीय है कि शहर में 92 आंगनबाड़ी केंद्र हैं और 58 मिनी केंद्र हैं, वहीं जिले में 1540 केंद्र और 200 मिनी हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का कहना है कि पहले भी टाइम चेंज हुआ था।मगर तब भी हमें इसके लिए संघर्ष करना पड़ा था।
बता दें कि अधिकांश आंगनवाड़ी केंद्रों पर कूलर की व्यवस्था नहीं है, यहां बहुत छोटे बच्चे आते हैं, इन दिनों पड़ रही भीषण गर्मी, इन बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है। हालात ये हैं कि पंखे भी बहुत कम केंद्रों पर मिलेंगे। ऐसे में 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर टेम्प्रेचर में बच्चों का करता हाल होता होगा, समझा जा सकता है।
गौरतलब है कि आंगनवाड़ी को नर्सरी प्ले स्कूल बनाया गया है । मगर स्कूलों के बराबर कोई छुट्टी नहीं है, सिर्फ साल में 13 अवकाश प्राप्त हैं, गर्मियों की भी कोई छुट्टी नहीं है, जबकि जानकारी अनुसार महाराष्ट्र में गर्मियों की छुट्टी मिलती है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के अनुसार गर्मी में बच्चे भी ज्यादा आते हैं। गर्मियों में हर आंगनवाड़ी में 15 से 20 तक बच्चे रहते हैं और मिनी में 6 से 8 बच्चे रहते हैं। ऐसे तापमान में आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों को अवकाश मिलना चाहिए।
इनका कहना है…!
पुराने ही आदेश हैं, आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों की छुट्टी सुबह 11 बजे तक कर दी जाएगी, लेकिन केन्द्र 3 बजे तक खोलकर रखना होगा। बच्चों के लिए टाइम सुबह 8 से 11 रहेगा।
योगेश घाघरे, परियोजना अधिकारी इटारसी एवं केसला