इटारसी। दस दिवसीय मनुष्य मिलन साधना शिविर के समापन दिवस पर सूर्य की सकारात्मक ऊर्जा को स्वयं के अंदर प्राप्त करने और रोकने के प्रयोग किए। इस दौरान सभी साधकों द्वारा 3 मिनट तक हाथ ऊपर करके सूर्य के सामने शक्ति को ठहराने का प्रयोग किया।
प्रशिक्षक नितेश खंडेलवाल ने कहानी के माध्यम से बताया कि जिस प्रकार तांबे के लोटे को प्रतिदिन मांजना पड़ता है तब उसमें चमक बरकरार रहती है, उसी प्रकार इस शरीर रूपी तांबे के लोटे को प्रतिदिन व्यायाम एवं भोजन से मांजना जरूरी है जिससे शरीर की चमक बनी रहे और अंदर तेज जागृत हो सके। उन्होंने बताया कि भगवान ने मुंह में लार के रूप में जीवित शक्ति हमें प्रदान की है किंतु हम उसे यहां बाथरूम कर बर्बाद कर देते हैं। लार के प्रयोग से चर्म रोग आंखों के रोग दूर हो जाते हैं। नाश्ते के बाद 10 मिनट और भोजन के 21 मिनट बाद लार मुंह में रोककर हम उसे शक्तिशाली बना सकते हैं।
इस दौरान इटारसी होशंगाबाद बाबई से आए साधकों ने अपने अनुभव सुनाते हुए व्यक्त किए कि उन्हें ब्लड प्रेशर, शुगर, जोड़ों के दर्द गैस, कब्ज, एसिडिटी, मोटापा, माइग्रेन जैसी अन्य बीमारियों में बहुत फायदा हुआ है। इस दौरान जिम जाने और सप्लीमेंट लेने से होने वाले नुकसान को भी बताया। होशंगाबाद, डोलरिया, बाबई के साधकों का सम्मान श्रीफल देकर किया। प्रशिक्षक नितेश खंडेलवाल का श्रीफल व गिफ्ट देकर सम्मान किया। साधक श्रीमती बबीता खंडेलवाल, अनामिका गुप्ता, रमेश दायमा, उमेश साहू, कुश, ईशा का भी सम्मान किया। शिविर से जुड़े सुभाष जैन, अशोक लालवानी ने बताया कि प्रतिदिन सेंटर प्रात: 5 से 6 बजे तक और 6 से 7 बजे तक संचालित होगा सभी साधक नियत समय पर पहुंचकर स्वास्थ्य लाभ ले सकते हैं।
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शक्ति बढ़ाने के प्रयोग के साथ शिविर का समापन
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