इटारसी। शहर में लॉक डाउन के चलते रोजी-रोटी से वंचित मजदूर, बेसहारा परिवारों के लिए चल रही भोजन सेवा से बड़ी राहत मिल रही है। जहां श्री गुरुद्वारा गुरुसिंघ सभा से गरीबों को हर रोज भोजन प्राप्त हो रहा है तो भोजन सहायता ग्रुप भी अपने स्तर से ऐसे गरीब मजदूर परिवारों को भोजन की मदद कर हैं। इसके अलावा कई समाजसेवी और अन्य संगठन नगर पालिका के माध्यम से भोजन वितरण का कार्य कर रहे हैं। इन संगठनों को शहर की कई संस्थाओं से और व्यक्तिगत भी मदद प्राप्त हो रही है।
सोमवार को श्री गुरुद्वारा गुरुसिंघ सभा को राशन के तौर पर सेंट जोसेफ कान्वेंट स्कूल की प्रिंसिपल सिस्टर संध्या ने 50 किलो आटा, 50 किलो दाल, 50 किलो चावल, एक पीपा तेल और 5 किलो मसाले भेंट किये। श्री गुरुद्वारा गुरुसिंघ सभा के प्रधान सरदार जसबीर सिंघ छाबड़ा ने स्कूल प्रबंधन के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। सरदार जसपाल सिंघ भाटिया ने कहा कि सब गुरुनानक देव की कृपा से हो रहा है। यहां भंडार कभी कम नहीं होता है और यहां से कोई भूखा भी नहीं जाता है। कई बार तो लोगों के लगातार आते रहने से दोबारा चूल्हा जलाना पड़ता है।
इधर सूरजगंज में माहेश्वरी भवन से संचालित भोजन सहायता ग्रुप को गरीब मजदूरों की भोजन व्यवस्था करने के लिए आज चार्टर्ड अकाउंटेंट आनंद पारे ने 11 हजार रुपए की राशि प्रदान की है। इसी तरह से पुलिस के साथ मिलकर क्रांतिकारी किसान मजदूर संगठन के हरपाल सिंह सोलंकी भी अपने साथियों अरुण, गोकुल पटेल और अन्य के साथ गरीब बस्तियों में भोजन का वितरण कर रहे हैं। यह संगठन लॉक डाउन के दिन से ही हर रोज करीब ढाई सौ भोजन के पैकेट्स दोनों वक्त वितरित कर रहे हैं।
गरीबों को करा रहे भोजन, दे रहे राशन
लॉकडाउन के चलते करुणोदय संस्था एवं महिला जागृति मंच के सदस्य लगातार गरीब परिवारों को आवश्यक भोजन सामग्री बांटकर राहत पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं। इसके साथ ही रेलवे स्टेशन मुसाफिर खाना क्षेत्र में रुके गरीब बेसहारा लोगों को प्रतिदिन भोजन कराने का काम कर रहे हैं। करुणोदय संस्था के दिनेश सिंह ने बताया कि भोजन वितरण के लिए उन्हें आरपीएफ, जीआरपी के जवानों, महिला जागृति मंच इटारसी एवं ग्राम भीलखेड़ी के युवाओं का विशेष सहयोग प्राप्त हो रहा है जिनकी मदद से वे गरीबों को भोजन उपलब्ध करवा पा रहे हैं। महिला जागृति मंच की सदस्य विद्या मिश्रा ने बताया कि दिनेश के जज़्बे को देखते हुए मंच ने उनका सहयोग करने की ठानी है दिनेश सिंह स्वयं सामान्य आर्थिक परिस्थिति के एक वेंडर है जो स्टेशन पर खाना बेचने का काम करते हैं उनके सामने भी आर्थिक संकट गहराया हुआ है लेकिन इन विपरीत परिस्थितियों में भी वे सेवा करने में निष्ठा भाव से लगे हुए हैं।