प्रात: 11 बजे 1.00 से 1.50 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जाना संभावित
जबलपुर/इटारसी। बरगी बांध (Bargi Dam) से कल 29 जुलाई को सुबह 11 बजे गेट खोलकर पानी छोड़ा जा सकता है। बरगी के जलग्रहण क्षेत्रों में हो रही बारिश से बांध का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। 27 जुलाई को जलस्तर 417.80 था। इसके बाद बांध प्रबंधन ने बारिश को देखते हुए निर्णय लिया कि इसी तरह से जलस्तर में बढ़ोतरी होती रही तो पानी छोडऩा पड़ सकता है।
बरगी से पानी छोडऩे के बाद नर्मदा (Narmada) के जलस्तर में भी तेजी से बढ़ोतरी होने की संभावना है, क्योंकि आसपास के क्षेत्रों में हो रही बारिश के कारण भी नर्मदा के जलस्तर में आंशिक वृद्धि दर्ज की जा रही है। बांध का पानी आने से जलस्तर तेजी से बढ़ सकता है। फिलहाल तवा के गेट खुलने की कोई संभावना नहीं होने से राहत की उम्मीद की जा सकती है। वर्तमान में तवा बांध (Tawa Dam) का जलस्तर 1145.30 फुट है और 31 जुलाई तक तवा का गवर्निंग लेवल 1158 फुट रखना है। यानी अभी जुलाई के कोटे में भी तवा में करीब 13 फुट पानी कम है।
उल्लेखनीय है कि रानी अवंती बाई लोधी (Rani Avantibai Lodhi) सागर परियोजना बरगी बांध के जल ग्रहण क्षेत्र (केचमेन्ट एरिया) में जो कि 14556 वर्ग किमी है, इसके जल ग्रहण क्षेत्र में डिंडोरी, मोहगांव, मानोट, मुक्की, मवई, बम्हनी बंजर, मंडला तथा बरगी नगर सहित 08 रेनगेज स्टेशन है, जिनमें वर्षाकाल के दौरान सतत् वर्षा दर्ज की जाती है तथा वर्षा के आंकड़ों का विश्लेषण करते हुये बरगी बांध के जल भराव क्षेत्र में आने वाले पानी भराव का वेग तथा बरगी बांध के लेबिल की गणना की जाती है।
कार्यपालन यंत्री रानी अवंती बाई लोधी सागर, बांया मेसनरी बांध संभाग बरगीनगर एके सुरे ने बताया कि विगत चार दिनों में बांध के जल ग्रहण क्षेत्र में 125 एमएम वर्षा दर्ज की गई है तथा बांध का लेवल 2 मीटर बढ़कर 27 जुलाई को प्रात: 11 बजे 415.80 मीटर हो गया है। बांध आपरेशन मैन्युअल के अनुसार 31 जुलाई तक बांध का लेवल 417.50 मीटर तथा 15 अगस्त 2021 तक बांध का लेवल 421.00 मीटर रखा जाना निर्धारित है। वर्तमान में 750 घनमीटर प्रति सैकेन्ड पानी की आवक बांध में हो रही है, तथ्यों से स्पष्ट है कि आगामी 24 से 48 घंटे के उपरान्त बांध का लेबिल बढ़कर 417.50 मीटर हो जाएगा ।
वर्षा एवं पानी की आवक को देखते हुये 29 जुलाई 2021 को प्रात: 11.00 बजे बरगी बांध से गेटों के माध्यम से लगभग 3000 से 4000 घनमीटर प्रतिसेकेन्ड (लगभग 1.00 से 1.50 लाख क्यूसेक पानी मां नर्मदा में छोड़े जाने की संभावना है जिससे निचले क्षेत्र के घाटों पर पानी का लेविल 6 से 8 फुट बढ़ जायेगा। मां नर्मदा के तटीय क्षेत्र एवं जल भराव क्षेत्र के तटीय इलाकों से पर्याप्त सुरक्षित दूरी बनायें रखने का आह्वान विभाग ने किया है।