इटारसी। दोस्ती, दुनिया का एक खूबसूरत शब्द। ऐसा शब्द जिसके लिए लोग अपनी जान तक दांव पर लगा देते हैं। यह सिर्फ शब्द ही नहीं एक रिश्ता है। एक ऐसा रिश्ता जो पहले से तय नहीं होता। दोस्ती ही एकमात्र ऐसा रिश्ता है जिसे न सिर्फ बनाया जाता है, बल्कि दिल से निभाया भी जाता है। यह रिश्ता जाति और धर्म से परे होता है। इसलिए इस रिश्ते का इजहार करने के लिए हर साल एक दिन भी तय है। इस दिन को फ्रेंडशिप-डे (Happy FRIENDSHIP DAY) कहा जाता है। इस दिन को हर साल अगस्त माह के पहले रविवार को मनाया जाता है।
पूरे देश में फ्रेंडशिप-डे की धूम
अगस्त के पहले रविवार पूरे देश में फ्रेंडशिप-डे मनाया जा रहा है। फ्रेंडशिप-डे के मौके पर बच्चे, बड़े, महिलाएं, युवतियां सबसे अपने दोस्तों को इस दिन की शुभकामनाएं दे रहे हैं। इस मौके पर दोस्तों को फ्रेंडशिप बैंड बांधकर बधाई दी जाएगी। कई लोग अपने दोस्तों को खास उपहार भी देंगे।
इसलिए मनाया जाता है फ्रेंडशिप-डे
दुनियाभर में फ्रेंडशिप-डे (Happy FRIENDSHIP DAY) कई सालों से मनाया जा रहा है। भारत में भी यह सालों से मनाया जा रहा है। लेकिन शायद ही आप जानते होंगे कि दोस्ती का ये दिन कहां से और कब से आया। जानकारी के अनुसार, 1935 में अमरीकी सरकार ने फ्रेंडशिप-डे की शुरुआत की थी। उसी समय तय किया गया था कि अगस्त माह के पहले रविवार को यह दिन मनाया जाएगा। इसके पीछे तर्क दिया गया था कि यह छुट्टी का दिन होता है ताकि लोग पूरे दिन दोस्तों के साथ मस्ती कर सकें। 27 अप्रैल 2011 को संयुक्त राष्ट्र की आम सभा ने 30 जुलाई को आधिकारिक तौर पर इंटरनेशन फ्रेंडशिप-डे मनाने की घोषणा की थी।
भारत में कबसे हुई शुरुआत
भारत में दोस्ती पर दशकों से फिल्में बनती आ रही थीं। लेकिन फ्रेंडशिप-डे का चलन साल 2000 के बाद आया। इसका मुख्य कारण सोशल साइट्स का बढऩा भी रहा। सोशल साइट्स का चलन बढऩे के साथ ही फ्रेंडशिप डे मनाने का चलन भी बढ़ता चला गया। आज पूरे देश में इस दिन को धूमधाम से मनाया जाता है।








