नर्मदापुरम। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के चुरना क्षेत्र की डबरादेव बीट में हुए बाघ के शिकार प्रकरण में गुरुवार को दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। उपसंचालक सतपुडा टाइगर रिजर्व संदीप फैलोज़ ने बताया कि ग्राम धांसई के कमल कुमरे और सुबन सिंह भल्लावी से पूछताछ करने पर उनके द्वारा अपराध किया जाना स्वीकार किया गया।
आरोपी कमल द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा जंगल में जाकर मृत पड़े बाघ की गर्दन को कुल्हाडी से काटा गया, इसके बाद उसके दोनों दांत निकाले गए। उप संचालक श्री फेलोज ने बताया कि दांत एवं कुल्हाडी को जप्त कर आरोपियों को न्यायालय नर्मदापुरम भेजा गया। प्रकरण में आगामी कार्यवाही जारी है।
उल्लेखनीय है कि सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के अंतर्गत परिक्षेत्र चूरना में 25 जून को डबरादेव बीट में एक नर बाघ मृत पाया गया था। मृत बाघ के शव में से गर्दन सहित सिर मौके पर नहीं पाया गया। इससे बाघ का शिकार होना प्रतीत हुआ। प्रकरण में स्टॉफ द्वारा कार्यवाही कर वन अपराध प्रकरण पी.ओ.आर 26 जून को जारी किया गया था।
बाघ शिकार के प्रकरण में क्षेत्रसचालक एल. कृष्णमूर्ति के निर्देशन में गठित टीम में उपसंचालक संदीप फैलोज, सहायक संचालक राजीव श्रीवास्तव, परिक्षेत्र अधिकारी तवा निशांत डोसी, परिक्षेत्र अधिकारी चूरना श्री पाठक, उपवनक्षेत्रपाल राजेन्द्र मिश्रा, वनरक्षक निशांत, प्रशांत सिंह, नारायण लोधी, सुश्री दिव्या किसपोट्टा, श्रीमती गंगा ठाकुर, श्रीमती नेहा चौधरी , दयानंद यादव सुरक्षा श्रमिक और एस.टी.एफ. टीम द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी सक्रिय भूमिका निभाई गई।