इटारसी। पूर्णिमा के बाद आज सावन की विदाई हो जाएगी। कल से भादौ मास की शुरुआत होगी, लेकिन सावन में मानसून ऐसा रूठा और धूप का तीखापन इतना रहा कि आश्विन मास का अहसास करा दिया। कुछ दिनों की फुहान के अलावा पूरा सावन बारिश के लिए तरस गया। आज भी धूप का तीखापन लोगों को काफी खल रहा था। मौसम का मिजाज देखकर भादौ मास में बारिश कितनी होगी, इसके पीछे भी अभी कयास ही लगाये जा सकते हैं, दावा कुछ नहीं किया जा सकता।
आज सावन बीत जाएगा और कल 1 सितंबर से भादौ मास की शुरुआत होगी। कुछ दिनों की फुहार के अलावा पूरा सावन बारिश के लिए तरस गया है। इसे देखकर भादौ में भी बारिश की उम्मीद कम ही लग रही है। इस वर्ष मौसम विभाग ने मानसून के सामान्य रहने का ही अनुमान लगाया था, लेकिन सामान्य से भी कम बारिश की उम्मीद नहीं थी। मौसम को देखकर लग रहा है कि मानसून की विदाई हो रही है। खेतों में कांस भी पक चुकी है। स्थानीय मान्यता के अनुसार जब कांस पकने लगे तो माना जाता है कि वर्षा बूढ़ी हो गयी है और विदाई की बेला है। बारिश कम होने से न सिर्फ आमजन की बल्कि किसानों की चिंता भी बढ़ गयी है। हालांकि मौसम विभाग ने सितंबर माह के प्रथम सप्ताह में ही अच्छी बारिश का अनुमान लगाया है और 1 और 2 सितंबर को अच्छी बारिश होने की संभावना है। हालांकि यह मध्यप्रदेश के कितने हिस्से को प्रभावित करेगी, कहा नहीं जा सकता है।
ऐसे रहेंगे अगले चौबीस घंटे
अगले चौबीस घंटे में शहडोल, जबलपुर, नर्मदापुरम संभागों के जिलों में तथा सतना, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, भोपाल, रायसेन, विदिशा, सीहोर, इंदौर, धार, देवास जिलों में कहीं-कहीं वर्षा की संभावना है। शेष सभी जिलों में मौसम शुष्क रहेगा। इसी तरह से बैतूल, अनूपपुर, डिंडोरी, छिंदवाड़ा, मंडला, छतरपुर जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ वज्रपाज की संभावना हैै।
पिछले चौबीस घंटों का मौसम
पिछले चौबीस घंटों में प्रदेश के रीवा, जबलपुर, शहडोल, इंदौर, ग्वालियर एवं चंबल संभागों के जिलों में कहीं-कहीं पर वर्षा दर्ज की गई तथा शेष संभागों के जिलों में मौसम मुख्यत: शुष्क रहा।